-आर्किटेक्ट द्वारा पथ में लगने वाले पत्थरों के पैर्टन के सम्बंध में दिया गया प्रस्तुतीकरण
अयोध्या। मण्डलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में अयोध्या विजन की समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में आहूत की गयी। उन्होंने सर्वप्रथम लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खण्ड के अधिशाषी अभियन्ता एवं अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह से चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के अग्रिम कार्ययोजना यथा-सर्वे कार्य आदि की रूपरेखा के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार रामपथ में लोक निर्माण विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम का चार्ट जारी किया गया था उसी प्रकार चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के लिए भी जारी किया जाय तथा चौड़ीकरण से प्रभावित सभी भूस्वामियों का मूल्यांकन युद्वस्तर पर ड्युटी लगाकर किया जाय और प्रत्येक दिन इसकी समीक्षा भी की जाय। रामपथ (सहादतगंज से नयाघाट तक) में जहां पर चौराहे है वहां पर अधिक भूमि की आवश्यकता होगी, जिसके लिए पहले से ही भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाय।
मण्डलायुक्त ने निर्माणाधीन जन्मभूमि पथ (सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि मंदिर) के कार्यो की समीक्षा करते हुये कहा कि युद्वस्तर पर कार्य किये जाने के साथ साथ इसकी गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान दिया जाय। बिना स्पेशलिस्ट डिज़ाइनर के कोई भी पत्थर आदि न लगाया जाय तथा जन्मभूमि पथ एक समान दिखने के लिए पत्थर के पैर्टन आदि के सम्बंध में गहन चर्चा की गयी इसके सम्बन्ध में बैठक में उपस्थित आर्किटेक्ट द्वारा पथ में लगने वाले पत्थरों के पैर्टन आदि के सम्बंध में प्रस्तुतीकरण भी किया गया। अयोध्या विकास प्राधिकरण के द्वारा अयोध्या के विभिन्न मठ मंदिरों आदि में फसाड लाइटिंग आदि की चर्चा की गयी।
मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्था, लोक निर्माण विभाग, श्रम धर्माथ कार्य, नगर निगम, नगर विकास, जलनिगम, एयरपोर्ट, पावर कार्पोरेशन आदि विभागों की जो अयोध्या विजन से सम्बंधित है की समीक्षा की। बैठक में नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनिता यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, अपर जिलाधिकारी (एल0ए0) प्रभाकान्त अवस्थी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 अजय राजा, परियोजना निदेशक आर0पी0 सिंह, कार्यदायी संस्थान के प्रमुखगण उपस्थित रहे।