अयोध्या फैंसले के बाद हिंसा में घायलों का होगा तुरन्त इलाज : डा. रूकुम केश
अयोध्या। अयोध्या के फैंसले के बाद हिंसा में होने वाले घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था स्वास्थ्य महानिदेशालय ने अयोध्या फैजाबाद में कर दिया है। फैंसले के बाद हुए जख्मियों के इलाज के लिए मेडिकल कालेज दर्शननगर में 50 बेड का वार्ड तथा श्रीराम चिकित्सालय व जिला चिकित्सालय अयोध्या में 20-20 बेड का वार्ड आरक्षित किया गया है इस वार्ड में केवल फैंसले के बाद होने वाले घायलों का ही इलाज किया जायेगा। यह जानकारी स्वास्थ्य महानिदेशालय के निदेशक डा. रूकुम केश ने जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के बाद पत्रकारों को दिया। उन्होंने बताया कि वह जनपद अयोध्या में अयोध्या प्रकरण के फैंसला के बाद इलाज की व्यवस्था का निरीक्षण करने आये हैं।
उन्होंने बताया कि दो दिन वह अयोध्या में रहकर व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं तीनों चिकित्सालयों में दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था है जिला चिकित्सालय में केवल 10 जीवन रक्षक दवाएं अनुपलब्ध हैं जिसकी व्यवस्था तत्काल कर दी जायेगी। जिला चिकित्सालय में कोई कार्डिलाजिस्ट नहीं है जिसकी व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावां विभिन्न स्थानों पर अस्थाई उपचार केन्द्र भी संचालित किये जायेंगे जिसके लिए एडी चिकित्सा राजेन्द्र कपूर को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है। इसके अलावां कुछ अतिरिक्त चिकित्सक और एम्बूलेंस भी उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि 14 कोसी परिक्रमा मेला मे 17 स्थानों पर अस्थाई चिकित्सा केन्द्र स्थापित किये गये थे। पांच कोसी परिक्रमा में जो घटकर 15 रह गये। इसके अलावां कार्तिक पूर्णिमा मेला मे 12 अस्थाई चिकित्सा केन्द्र संचालित किया जायेगा। सभी केन्द्रों पर डाक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय कुल चार कर्मचारी दो सिफ्टों में तैनात किये गये हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भीड़भाड़ के कारण सफाई कर्मचारी अपना कार्य करते पाये गये परन्तु इकट्ठा किया गया कूड़ा वाहन न पहुंचने के कारण उठाया नहीं जा सका था। सफाई में लगे लोगों ने बताया कि भीड़भाड खत्म हो जाने के बाद जब वाहन का प्रवेश होने लगेगा तो एकत्र कूड़ा उठवा दिया जायेगा। उनसे जब यह पूंछा गया कि महिला चिकित्सालय स्थित एसएनसीयू कक्ष में आक्सीजन न मिलने से जिन तीन शिशुओं की मौत हुई है उस सम्बन्ध में क्या कार्यवाही कर रहे हैं उन्होंने बताया कि प्रकरण की जानकारी उन्हें हुई है स्वास्थ्य महानिदेशालय पहुंचकर वह इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करायेंगे तथा वहां लगे एक भी आक्सीजनेटर क्यों काम नहीं कर रहे थे इसकी खास तौर पर जांच करायी जायेगी।