सपा, बसपा, कांग्रेस सहित किसान संगठनों ने धरना प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
अयोध्या। लखीमपुर में हुई घटना को लेकर जनपद में सुबह से ही सड़कों पर उतरे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शाम तक जगह-जगह प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त करने व उनके आरोपी पुत्र को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कई जगहों पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की भी स्थिति बनी। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
गांधी पार्क में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद ने प्रदेश सरकार को अलोकतांत्रिक करार देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के ऊपर अत्याचार कर रही है।लखीमपुर में जिस तरीके से किसानों की हत्या की गई है वह यह दर्शाता है कि प्रदेश सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों के ऊपर ज्यादती की गई। गाड़ियां चढ़ाकर उनकी हत्या की गई।भाजपा लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती इसलिए दबंगई के बल पर शासन चलाना चाहती है। उन्होंने मांग किया कि लखीमपुर में हुई घटना की न्यायिक जांच कराते हुए मृतकों के परिजनों को दो करोड़ की धनराशि मुआवजे के तौर पर दी जाए, साथ ही परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए। अध्यक्षता कर रहे पार्टी के जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आमजन का प्रदेश में रहना दूभर कर दिया है। यहां कोई भी अपनी आवाज अगर उठाता है तो प्रदेश सरकार बंदूक के दम पर उसकी आवाज दबा देती है। इस सरकार को राष्ट्रपति द्वारा तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए।
दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए। कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव बख्तियार ने किया। प्रवक्ता चौधरी बलराम यादव ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में धरना दिया सरकार के विरूद्ध नारे लगाये। राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। मौके पर वरिष्ठ नेता राघवेन्द्र प्रताप सिंह अनूप, जिला उपाध्यक्ष एजाज अहमद, चौधरी बलराम यादव, राशिद जमील, छोटे लाल यादव, अमृत राजपाल, इन्द्रपाल यादव, सरोज यादव आदि शामिल रहे। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी प्रदर्शन करते हुए मामले में सीबीआई जांच की मांग की। आप के महानगर अध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति ने कहा कि 10 महीने से देश का अन्नदाता किसान धरने पर बैठा हुआ है। किसानों की हत्या कर दी जा रही है। सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेना चाहिए। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सूर्य कांत पाण्डेय ने केंद्रीय मंत्री के पुत्र की ओर से आधा दर्जन किसानों की हत्या को घनघोर अपराध बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इंसान विरोधी करनामों के लिए इतिहास में दर्ज की जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से तहसील सदर के सामने तिकोनिया पार्क में मोर्चा के संयोजक मयाराम वर्मा की अध्यक्षता और अखिलेश चतुवेर्दी के संचालन में धरना आयोजित कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से किसानों के हत्यारों को हत्या का मुकदमा दर्ज करके तत्काल जेल भेजे जाने, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को तत्काल बर्खास्त करते हुए प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने, मृतक किसानों के परिवार को एक एक करोड़ रुपए मुआवजा देने और परिवार के दो लोगों को सरकारी नौकरी देने एवं घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाने, सरकार की ओर से विपक्षी दलों और जनसंगठनों के ऊपर अनावश्यक उत्पीड़न पर रोक लगाते हुए लोकतंत्र की बहाली करने और बढ़ती हुई मंहगाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की गई।