लखीमपुर खीरी की घटना हृदय विदारक : डॉ निर्मल खत्री
अयोध्या। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आशीष मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र द्वारा किसानों को कुचलना। ऊपर से पीड़ितो का दुख दर्द बांटने एवं संवेदना प्रकट करने जा रही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किए जाने की घटना से जिले के कांग्रेसजनों में उबाल है। सोमवार को विरोध में पूर्व सांसद डॉ निर्मल खत्री की अगुवाई में कांग्रेसजनों ने नरेंद्रालय से विरोध-प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतरे।
जहां पहले से एसपी सिटी एवं सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में मौजूद भारी पुलिस बल ने उन्हें बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया। परंतु कांग्रेसजन आगे बढ़ते गए। इस बीच कई बार पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प हुई। रिकाबगंज चौराहे के निकट पहुंचने इन्हें रोक लिया गया। तब कांग्रेसजनों ने रोड पर बैठकर धरना प्रारंभ कर दिया। जहां सिटी मजिस्ट्रेट ने इन सभी को गिरफ्तारी का आदेश दिया और इन्हें बसों में बैठाकर पुलिस लाइन लाया गया। जहां शाम को सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता “किसानों के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो“ “प्रियंका गांधी को रिहा करो रिहा करो“ “काले कानून वापस लो वापस लो“ आदि नारे लगाते रहे।
इससे पूर्व डॉ निर्मल खत्री ने कहा किसान हमारे अन्नदाता है और देश की रीढ़ की हैं। जो लोग किसानों के आंदोलन को नहीं कुचल पाए,अब किसान भाइयों को कुचलने पर उतारू हैं। लखीमपुर खीरी की घटना अत्यंत ह््रदयविदारक है। एवं पीड़ित किसानों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाती है यह सरकार कांग्रेस पार्टी से डरी हुई है। धरना प्रदर्शन एवं गिरफ्तार होने वालों में पूर्व विधायक माधव प्रसाद, अशोक सिंह, उग्रसेन मिश्रा, सुनील पाठक, मोहम्मद शरीफ, रामदास वर्मा, राम अभिलाख पाण्डेय, राम बहादुर सिंह, दिनेश यादव, संजय तिवारी, अनिल तिवारी, कवीन्द्र साहनी, मधु पाठक, शालिनी पाण्डेय, संगीता सोनकर, अशोक कुमार सिंह, अनिल सिंह, सुनील कुमार सिंह, रामकरन कोरी,आशुतोष शांडिल्य आदि शामिल रहे।