अर्ध रात्रि में लगी आग से एक भी सामान नहीं बचा पाये बाशिंदे
प्रशासन ने 52 अग्नि पीड़ित परिवारों को दी एक लाख नब्बे हजार रूपये की सहायता
मदद के लिए समाजसेवियों के बढ़े हाथ, वस्त्र भोजन आदि की करायी गयी व्यवस्था
फैजाबाद। सरयू तट के समीप स्थित मल्लाहों की झोपड़ पट्टी में बीती रात लगभग 1.30 बजे अचानक एक घर में आग लगी और देखते-देखते पूरी बस्ती धू-धू कर जलने लगी। आग की इतनी भीषण थी कि लोग केवल अपने मवेशी और बच्चों को ही निकाल पाये। आगजनी की सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और सेना के जवान मौके पर पहुंचे तथा किसी तरह आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के प्रयासों के बावजूद कसेहरी से निर्मित 57 घर खाक हो चुके थे। घर में रखा अनाज, कपड़ा, गैस सिलेंडर, नकदी, टीवी, बाइक, खाट, बिस्तर आदि सबकुछ आग की भेंट चढ़ गया।
बताया जाता है कि आग सुनीता निषाद के घर में सबसे पहले लगी और देखते-देखते पूरी बस्ती धू-धू कर जलने लगी। आग इतनी बिकराल थी कि यहां रहने वालों को कुछ सूझ नहीं रहा था। डायल 100 पर सूचना देने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और और आग को बुझाया। अग्नि पीड़ित राजकरण निषाद बताते हैं कि वह फ्रिज बनाने का काम करते हैं घर में रखा कई पुराना फ्रिज और नकद 60 हजार रूपया भी जलकर राख हो गया। निषाद समुदायक के गंगा प्रसाद, मुन्ना, कलावती, कल्लू, गोविन्द, सुरेश, प्रकाश सहित 57 लोगों के घर जले हैं जबकि एडीएम विन्ध्यवासिनी राय का कहना है कि अग्नि पीड़ित परिवारों की कुल संख्या 52 है। प्रशासन ने आपदा राहत कोष से प्रत्येक पीड़ित परिवार को 3880 रूपया सहायता तत्काल दे दिया है। इसके अलावां प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को दो दिन तक भोजन कराने की व्यवस्था की है। आहेतुक सहायता का वितरण अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता द्वारा किया गया।
अग्नि पीड़ितों की मदद के लिए सबसे पहले पूर्व सभासद अरविन्द निषाद अपने परिवार के सदस्यों बाबू, सुधीर, संतोष, संजय, भारत आदि के साथ पहुंचे और तहरी बनवाकर सभी पीड़ितों को भोजन कराना शुरू किया। इसके बाद नियावां क्षेत्र के बाशिंदे सुरेन्द्र कुमार सिंह, प्रताप सिंह, शैलेन्द्र शुक्ला, अविनाश चैधरी, सोनू गुप्ता, छोटू आदि ने नियावां और बालकराम कालोनी के घरों से पुराने कपड़े जिनमें साड़ी, फ्राक, र्शट, नैकर, आदि शामिल थे ले जाकर पीड़ितों में वितरित किया। समाजसेवी गुलशन बिन्दू ने भी अग्नि पीड़ितों का हालचाल लेने पहुंचे और उन्होंने पीड़ित महिलाओं को नई साड़ियां वितरित की। समाजसेवी राजन पाण्डेय की पत्नी जिला पंचायत सदस्य डा. तृप्ती पाण्डेय ने भी मौके पर पहंुचकर सभी अग्नि पीड़ित परिवारों को दरी, चादर, महिलाओं को वस्त्र व दो सौ व पांच सौ रूपये की आर्थिक मदद किया। डा. तृप्ती पाण्डेय ने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि वह आगे भी सहायता करेंगी।