कहा संकट की घड़ी, सतर्क रहें
अयोध्या। कोरोना वायरस के कहर के बीच शुक्रवार को मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने जिला अस्पताल पहुंच वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया। कहा कि देश में संकट की घड़ी है। सभी को सतर्क रहना होगा। इस महामारी का स्पेसफिक इलाज और टीका नहीं खोजा जा सका है इसलिए बचाव ही एकमात्र उपाय है।लोग सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करें।
जिला अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे मंडलायुक्त ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कहर से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई तैयारियों का जायजा लिया। मंडलायुक्त ने विशेष रूप से कोरोना महामारी को लेकर जिला अस्पताल में बनाए गए आइसोलेट कोरोना वार्ड का निरीक्षण किया और वार्ड में तैनात कर्मचारियों से उपलब्ध सुविधाओं तथा संसाधनों की विस्तार से जानकारी ली। मौके पर ही अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की हिदायत दी। इसके साथ ही सरकार और स्वास्थ विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी के तहत वार्ड के सैनिटाइजेशन समेत पूरे अस्पताल को सैनीटाइज किए जाने की हिदायत दी।
मीडिया से मुखातिब मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी के संग प्रभाव से विश्व पीड़ित है।
अमेरिका,फ्रांस,इटली,चीन के हालात सबके सामने है। संक्रमण कभी अमीर और गरीब नहीं देखता। सभी को एहतियात और बचाव के नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि यह समय देश के लिए संकट की घड़ी है।
सबको मिलकर इस कोरोना महामारी से लड़ना है। इससे निपटने का अभी एक ही उपाय है कि इस वायरस के संक्रमण की कड़ी को न जुड़ने दिया जाए। प्रधानमंत्री मोदी ने भी राष्ट्र के नाम संबोधन में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आयोजन हो और सुबह 7:00 बजे से शाम रात 9:00 बजे के बीच कोई घर से न निकले। मुख्यमंत्री ने भी कहा है आने वाले त्योहारों को लोग अपने घरों में मनाए। सभी इसका अनुसरण करें। मंडलायुक्त ने कहा कि बचाव ही कोरोना का इलाज है।इसलिए हाथों को नियमित धोते रहें और खुद को लोगों से एक-डेढ़ मीटर दूर रखें। जरूरत के सामान अपने घरों पर रख लें और बाहर निकलने से परहेज करें। बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें।