पीजीआई लखनऊ में इलाज के दौरान हुआ निधन
अम्बेडकरनगर । जनपद अम्बेडकरनगर के महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संत प्रकाश गौतम अंततः जिंदगी की जंग हार गए। बीते तीन जून को तबीयत खराब होने और पांच जून को कोरोना वायरस का संक्रमण मिलने से पीजीआई लखनऊ में इलाज के दौरान मंगलवार के दोपहर उनका निधन हो गया। वे करीब 58 वर्ष के थे। स्वास्थ्य विभाग में प्रथम श्रेणी के प्रशासनिक अधिकारी की प्रदेश में पहली मौत हुई है। अब तक कोरोना ने केवल चिकित्सक तक की ही जान ली थी। पहली बार प्रशासनिक स्तर वाले चिकित्साधिकारी की मौत हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गई है। महज सात दिन में उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने के बाद भी सीएमएस की मौत हो जाने से सभी सकते में आ गए हैं। चार अन्य स्टाफ भी है संक्रमित :जिला अस्पताल के सीएमएस की जहां मौत हो गई है, वहीं तीन अन्य स्टाफ में भी संक्रमित है। इसमें एक संविदा का सफाई कर्मी, एक चौकीदार और एक स्टाफ जिला अस्पताल के फीवर डेस्क पर कार्य करने वाला शामिल है। वहीं एक अन्य संक्रमित सीएमएस का करीबी और जिला अस्पताल के परिसर में निवास करने वाले भी संक्रमण है।फार्मासिस्ट की हालत बिगड़ी, पीजीआई लखनऊ रेफर :जिला अस्पताल का संकट काल चल रहा है। सीएमएस की जहां मौत हो गई है, वहीं तीन स्टॉप संक्रमित है और कोरोना से जंग लड़ रहा हैं। ठेके पर काम करने वाला एक अन्य भी संक्रमित है। इस बीच जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट विनय प्रकाश त्रिपाठी की भी हालत बिगड़ गई है। मंगलवार के दोपहर तबीयत बिगड़ने और सांस लेने में दिक्कत होने से उन्हें पीजीआई लखनऊ रेफर कर दिया गया है। रेफर किए जाने के पूर्व जिला अस्पताल में हुए एक्सरे में दिवंगत सीएमएस जैसे ही लक्षण मिले हैं। प्रथम दृष्टया कोरोना के लक्षण मिलने से जिला अस्पताल के स्टाफ में तरह तरह की चर्चा है। हालांकि प्रभारी सीएमएस डा. पीएन यादव ने कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
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