in ,

कोरोना किट को लेकर आशा संगिनी और चीफ फार्मेसिस्ट में विवाद

-आशा बहुओं ने अस्पताल गेट पर जमकर हंगामा किया

बाराबंकी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ागाँव में आशा बहुओं को दी जाने वाली कोरोना किट में कटौती किये जाने से आशा बहुओं ने अस्पताल गेट पर जमकर हंगामा किया। एनएचएम आशा संघ की जिलाध्यक्ष किरन यादव ने बताया की गुरुवार को सीएचसी बड़ागांव में वीसीपीएम द्वारा आशा संगिनी को बताया गया कि सीएचसी पर चीफफार्मासिस्ट जितेंद्र नाथ त्रिपाठी द्वारा प्रत्येक आशा को दवाई की 10-10 किट उपलब्ध कराई जायेगी आशा बहुएं दवा कि किट लेने आई तो कुछ आशाओं को मात्र 5 किट ही दी गईं।

आशा बहुओं द्वारा विटामिन सी की गोली मांगने पर चीफ फार्मेसिस्ट द्वाराइंकार कर दिया गया और कहा कि एक -एक गोली का हिसाब हमको सीएमओ ऑफिस में देना पड़ता है। इसलिये मेरे पास कोई दवा उपलब्ध नहीं है। आशा बहुओं ने चीफ फार्मासिस्ट पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से जितेंद्र त्रिपाठी ने चार्ज लिया तभी से समस्याओं का सामना करन पड़ रहा है।इनका व्यवहार आशाओं के साथ संतोषजनक नहीं रहा है। आशा बहुओं के द्वारा बताया गया कि दिसंबर 2020 में नसबंदी कराई गई थी तो लाभार्थी के टांके कटवाने के लिए ग्लब्स मांगने पर भी मना कर दिया गया।

तब अपने पैसों से गलब्स मंगवाया और लाभार्थी के टांके कटवाए गये।जबकि पिछले माह मई में कोविड 19 के 7 दिनों का सर्वे आशाओं द्वारा किया गया उस समय आशाओं को मात्र एक जोड़ी गलब्स ,पचास ग्राम सैनिटाइजर व दो मास्क का वितरण किया गया था। जिसको लेकर आशा बहुओं ने सीएमओ बाराबंकी को मांग पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। इस मौके पर सुधा देवी,सुधा यादव किरन वर्मा ,रीता नाग सहित तमाम आशा बहुएं मौजूद रही। प्रकरण के सम्बंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ0 संजीव कुमार ने बताया वैक्सीनेशन के कारण बाहर था दूरभाष द्वारा जानकारी प्राप्त हुई है , जांचकर कार्यवाही की जाएगी।

इसे भी पढ़े  84 कोसी परिक्रमा मार्ग : बीकापुर से पटरंगा का खुला टेण्डर

What do you think?

Written by Next Khabar Team

नदी के कटान से गांवो को बचाने का कार्य नहीं हुआ पूरा

सम्पत्ति के लालच में बेटी व दामाद ने ही की थी हत्या