कहा किसी कीमत पर धैर्य धारण नहीं करुँगी हम चाहते है कि जल्दी से जल्दी राम मंदिर का हो निर्माण
अयोध्या-फैजाबाद। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय संकल्प के साथ होगा। उक्त विचार केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव में शामिल होने के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही। इससे पूर्व उन्होंने सरयू में दीप दान किया और रामलला हनुमान गढ़ी सहित अन्य कई मंदिरों में दर्शन किया .केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के तीन रास्ते है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला , आपस में बातचीत या फिर संविधान में संसोधन लेकिन इन तीनो में महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय संकल्प इसी से तीनो बाते बनेगी, राम जन्मभूमि में वासुदेव पहला शहीद था जो केशरिया ध्वज फहराते हुए गोली खाकर शहीद हुआ उसके बाद लाखो शहादते हुई अब पूरा राष्ट्र व विश्व यह प्रतीक्षा कर रहा है कि राम जन्मभूमि निर्माण में भागीदार रहे , इस लिए अब राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्र संकल्प बने और सबको साथ लेकर संविधान में संसोधन का रास्ता निकले उसमे सभी दल हमारा साथ दे क्यों कि यह सभी दलो के समर्थन के बिना नहीं हो पायेगा आज के इस क्षण को जिसने गवा दिया वह भारत के इतिहास में दर्ज होने वाला गौरव गवा देगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कही गयी धैर्य रखने की बात पर उमा भारती ने कहा कि मै किसी कीमत पर धैर्य धारण नहीं करुँगी हम चाहते है कि जल्दी से जल्दी राम मंदिर का निर्माण हो जाये। उन्होंने कहा कि सत्ता अपनी आनी जानी माया है। आज उत्तर प्रदेश में योगी और केंद्र में मोदी सरकार पूर्ण बहुमत से है तो ऐसे में लाखो लोगो के बलिदान व स्वर्गीय अशोक सिंघल जैसे लोगो के पूरी जीवन की तपस्याए और विश्व के राम भक्त इस समय की प्रतिच्छा कर रहे है इसलिए जल्द कोई निर्णय ले और राष्ट्रीय संकल्प को साकार करे यह बात योगी और मोदी को भी कहती हूँ कोर्ट में यह प्रमाणित हो चुकी है की राम जन्मभूमि किसका है अब बात यह की यह जमीन किसकी है और अब सीबीआई तय करे इसमें क्या साजिश हुई थी जिसमे हमें भी अपराधी माना गया है इसके लिए हमें अब कोर्ट जो भी फैसला करेगा हम स्वीकार करुँगी , सीबीआई ने इस मामले में हमें अपराधी नहीं माना है बल्कि राम भक्तो के आस्था को अपराधी माना है। उन्होनें कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर इसे 2019 के चुनाव से बिल्कुल ना जोड़के देखे, इसे चुनावी राजनीति से अलग रखे, 6 दिसम्बर में हुई घटना से कल्याण सिंह, भैरो सिंह शेखावत जैसे कई लोगो ने अपनी सरकार गँवा दी थी , इसलिए हम कभी सत्ता के लालच में नहीं आये चुनाव के हारने जीतने को कभी राम भक्तो से नहीं जोड़ा। राम भक्ति राष्ट्र भक्ति से जुडी हुई है ।