-कृषि विश्वविद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस मैनेजमेंट के प्रेक्षागृह में भारतीय संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व न्यायधीश अशोक कुमार भारद्वाज, कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ला व विवि के समस्त अधिष्ठाता व निदेशक ने आचार्य नरेंद्र देव की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं जल भरो के साथ किया। विवि के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को संविधान की शपथ दिलाई गई जिसको सभी ने एक साथ दोहराया। इस अवसर पर 26/11 हमले में शहीद वीर जवानों को भी याद किया गया। संविधान दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित करते हुए पूर्व न्यायधीश अशोक कुमार भारद्वाज ने कहा कि राज व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए संविधान का निर्माण किया गया।
यह भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जो सभी को विविधता में एकता की डोर में बांधे हुआ है। पूर्व न्यायधीश ने कहा कि हमारा संविधान किसानों के सम्मान व अधिकार को दर्शाता है, यह संविधान गरीबों के न्याय को दर्शाता है। इस न्यायपालिका से लोगों को काफी उम्मीदे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिला तो हमारा संविधान अधूरा है। सभी की गलतियां क्षम्य है लेकिन न्यायपालिका की गलतियां क्षम्य नहीं है इसलिए हम सभी को अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा।
कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि हमारा देश विविधताओं का देश है। हमारे संविधान ने सभी को एक साथ विविधता में एकता की डोर में बांधा हुआ है। जबतक यह धरती रहेगी तबतक हमारे देश का संविधान भी सुचारू रूप से चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने मौलिक कर्तव्यों पर ध्यान देने की जरूरत है। मौलिक कर्तव्यों के प्रति सचेत हुए तो मन की कुरीतियां अपने आप समाप्त हो जाएंगी। कुलपति ने कहा कि संविधान की मूल भावना के साथ जीवन जिया जाए तो इंसान कोई गलती नहीं कर सकता।
इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें विजय लक्ष्मी, अरूण आर्या, श्वेता त्रिपाठी, काम्या अवस्थी, सुयुक्ति मल्होत्रा, श्रेया मिश्रा, बालकृष्ण राय ने अपने-अपने भाषण प्रस्तुत किए। वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक के संयोजन में कार्यक्रम आयोजित हुआ। सामुदायिक महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. साधना सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया व कार्यक्रम का संचालन मौसम विभागाध्यक्ष डा. सीताराम मिश्रा ने किया।