डीएम ने की टीबी टास्कफोर्स की बैठक
अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपदीय टीबी टास्कफोर्स की बैठक में कहा कि पंजीकृत क्षयरोगियांे के सापेक्ष रोगियों के खाते की उपलब्धता व भुगतान की स्थिति अच्छी नहीं है इसमें सुधार लायें। उन्होनें कहा कि टीबी के मरीजो को खोजें कहीं भी कोई भी मरीज छूटने न पाएं, टीबी के मरीजों का समय से पूरा इलाज करें किसी भी मरीज का इलाज बीच में न छूटनें पाएं। उन्होनंे बीकापुर के वरिष्ठ उपचार प्रवेक्षक प्रदीप के द्वारा सभी सूचनाओं को समय से उपलब्ध कराने तथा अपने दायित्वों का सही से निर्वहन करने की सराहना की। बैठक में जिला क्षयरोग अधिकारी डाॅ0 अजय मोहन ने बताया कि जनपद के सभी 26 माइक्रोस्कोपिक केन्द्र पर बलगम परीक्षण किया जा रहा है, पांचो अर्बन प्रा0स्वा0केन्द्रो पर भी बलगम जांच की सुविधा 16 अगस्त 2019 तक उपलब्ध हो जायेगी। इसके लिए प्रयोगशाला सहायकों को बलगम जांच करने का एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
वर्ष 2019 में राज्य से प्राप्त लक्ष्य 3727 के सापेक्ष 01 जनवरी से 31 जुलाई तक 2712 रोगी पंजीकृत किये गये, जिसमें 2273 सरकारी व 439 निजी चिकित्सों द्वारा पंजीकृत किये गये है। उन्होनें बताया कि पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 01 जनवरी 2019 से अबतक पंजीकृत किये गये 2712 क्षयरोगियों में से 2273 सरकारी क्षेत्र के सापेक्ष 1953 के खाते उपलब्ध है तथा 1943 खातें बैंक द्वारा बैलिडेट कर दिये गये है, 1455 (64 प्रतिशत) का भुगतान किया गया है। 2712 में 439 प्राइवेट क्षयरोगियों में से 102(23 प्रतिशत) खातें उपलब्ध है तथा 91 बैलिडेट व 54 (12 प्रतिशत) का भुगतान किया जा चुका है। उन्होनंे बताया कि डेली रेजीम की समस्त दवाईयां जनपद में प्रचुर मात्रा मंे उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी व एमओडीसी साल के लक्ष्य के हिसाब से आगे जाकर कार्य करने को कहा। उन्होनें सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि सभी लोग ध्यान देकर कार्य करें तो जनपद को गम्भीर बीमारी से निजात अवश्य मिलेगी।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी हरिओम श्रीवास्तव, एसीएमओ ए0के0 सिंह व सीबी द्विवेदी, सीएचसी व पीचएसी के अधीक्षक, वरिष्ठ उपचार प्रवेक्षक आदि उपस्थित थे।
29 से प्रारम्भ होकर 4 सितम्बर तक चलेगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम
अयोध्या जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अगस्त 2019 के सम्बन्ध में जनपद स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की। बैठक में एसीएमओ ए0के0 सिंह ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम 29 अगस्त से प्रारम्भ होकर 04 सितम्बर 2019 तक चलेगा। जिसका लक्ष्य 01 से 19 साल के सभी बच्चें (लड़के/लड़कियो, स्कूल जाने वाले/स्कूल न जाने वाले, शहरी/ग्रामीण) को स्कूलों (निजी/सरकारी) तकनीकी संस्थानों (आईटीआइ/पाॅलीटेक्निक/पैरामेडिकल आदि) और आंगनबाड़ी के माध्यम से निश्चित दिवसर पर डिवार्मिग की दवा खिलाना है, जिससे बच्चों की बेहतर सेहत, पोषण, स्कूलों/संस्थानों में बच्चों की उपस्थिति में बढ़ोतरी और बेहतर जीवन हो।
बैठक में डीपीएम राम प्रकाश पटेल ने बताया कि जनपद के 1 से 19 वर्ष के कुल 871499 बच्चों को एल्बेंडाजाॅल की खुराक देने का लक्ष्य है। 29 अगस्त को सभी स्कूलों में एल्बेंडाजाॅल की खुराक दी जायेगी तथा 30 अगस्त से 04 सितम्बर तक छूटे हुए बच्चों को एल्बेंडाजाॅल की खुराक दी जायेगी। एल्बेंडाजाॅल बच्चों व व्यस्कों दोनो के लिए सुरक्षित दवाई है और इसका प्रयोग दुनिया भर में करोड़ो लोगो मे कृमि संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है, उन्होनें दवा की खुराक व खिलाने के तरीकों को विस्तार से बताया। डीपीएम ने कृमि संक्रमण के नियंत्रण एवं निवारण के उपायों की जानकारी दी। बैठक में जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं तकनीकी संस्थानों, आईसीडीएस, पंचायती राज, स्वच्छ भारत मिशन, नेहरू युवा संगठन आदि विभिन्न विभागों को अपनी भूमिका एवं जिम्मेदारियों का पूर्ण निर्वाहन करने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि जिस विभाग व जिस अधिकारी को जो जिम्मेदारी दी गयी है उसका शत प्रतिशत निर्वाहन करें, हर स्कूल तक दवाईयां पहुचायें एवं उसको बच्चों को खिलाना सुनिश्चित करें, केवल कागजी खाना पूर्ति नही होनी चाहिए। उन्होने सभी ब्लाक, तहसील लेवल के अधिकारियों, एएनएम, आशा, आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों, नोडल शिक्षिकों एवं अन्य सभी सम्बन्धित विभागों के कार्मिकों को अपनी-अपनी भूमिकाओं सही तरीके से निर्वहन करने निर्देश दिये। बैठक में सीएमओ हरिओम श्रीवास्तव, एसीएमओ ए0के0 सिंह व सीबी द्विवेदी, डीआईओएस, डीपीआरओ एसपी सिंह, डीपीओ, नेहरू युवा केन्द्र के प्रतिनिधि व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।