ब्यूरो। इन दिनों जाती हुई सर्दी है, जो स्वास्थ्य के सबसे ज्यादा हानिकारक मानी जाती है। बदलते मौसम के कारण कई लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इन बीमारियों को चिकित्सकों की भाषा में मौसमी बीमारियाँ कहा जाता है। मौसमी बीमारियों में सबसे ज्यादा परेशानी गले की बीमारी से होती है। अक्सर देखा गया है कि इस मौसम में कई लोगों को गले में जकडऩ की समस्या होने लगती हैं जो बेहद असहज स्थिति पैदा करती है। इस परेशानी में व्यक्ति को खाने-पीने में दिक्कत होने के साथ ही बोलने में भी रुकावट का सामना करना पड़ता है।
यदि आप भी इस बीमारी से ग्रस्त हैं तो नीचे बताए जा रहे घरेलू उपायों को अपनाकर आप इससे मुक्ति पा सकते हैं…
नमक के पानी से गरारे करना
गले की जकडऩ को दूर करने के लिए यह सबसे सरल और कारगर उपाय है। आप सुबह उठते ही सबसे पहले एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर उसके गरारे करें। साथ ही इस पानी से गले के आसपास सिंकाई भी की जा सकती है। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। इससे आपको काफी जल्द जकडऩ से राहत मिल सकती है।
सेब का सिरका
आपने एक नाम सुना होगा सेब का सिरका और इसका इस्तेमाल भी कई बार किया होगा। खूबसूरती को बढ़ाने में एप्पल साइडर विनेगर बहुत काम आता है। मौसम में बदलाव होने से या ठंडी गरम चीजें खा लेने से गले में खराश होना एक आम समस्या है। एक सुखदायक प्रभाव देने से लेकर खराश वाले गले और खाँसी से लडऩे के लिए एप्पल साइडर विनेगर जादुई साबित होता है। आप शहद के साथ सेब का सिरका ले सकते हैं या फिर रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर पियें। या फिर गुनगुने पानी के साथ मिलाकर गरारे कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण गले की खराश से जल्दी आराम दिलाते हैं।
तुलसी का पानी
गले में जकडऩ होने पर आप तुलसी का पानी पी सकते हैं। इसके अलावा तुलसी की चाय भी आपके लिए लाभकारी हो सकती है। तुलसी की चाय को तैयार करने के लिए 1 कप पानी लें। इसमें 4-5 तुलसी की पत्तियां डाल दें। तुलसी की चाय का सेवन करने से गले की खराश, जकडऩ और दर्द दूर होता है।