-श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर हुई संगोष्ठी में भाजपा नेताओं ने रखी अपनी बात
अयोध्या। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का स्वप्न था कि जम्मू कश्मीर को राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल किया जाए। इसके लिए डॉ मुखर्जी जीवन पर्यंत संघर्ष करते रहे। भाजपा की केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से सम्बंधित धारा 370 संसद में निरस्त कर राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल किया जो डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि है। जिससे डॉ मुखर्जी के स्वप्न साकार हुए हैं। यह विचार भाजपा नेताओं ने डॉ मुखर्जी की जयंती पर सिविल लाईन स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर कहीं।
पार्टी कार्यालय में हुई संगोष्ठी में निवर्तमान सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी विचारों को आत्मसात करते हुए जम्मू कश्मीर के सर्वांगीण विकास के लिए उनके द्वारा देखे गये स्वप्न को वर्तमान सरकार ने साकार किया है। अखण्ड भारत के लिए डा मुखर्जी द्वारा किये गये त्याग को भी भुलाया नहीं जा सकता है। महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने तथा देश की अखण्डता के उनका बलिदान हमेंशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा। उनका जीवन देश की अखण्डता के प्रति समर्पित रहा। विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि डा मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता के सवाल पर कभी समझौता नहीं किया।
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व विधायक रमापति शास्त्री ने कहा कि कश्मीर को राष्ट्र की मूल धारा में सम्मलित करना डा मुखर्जी का स्वप्न था। संसद ने धारा 370 को निरस्त करके उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार व राष्ट्र की एकता के लिए उनके द्वारा किये गये योगदान को भुलाया नहीं जा सकता ।
महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार आज भी जनता के बीच राष्ट्रहित सर्वोपरि का भाव जागृत करने का काम करते है। हम उनके सपनों के भारत का निर्माण करेंगे। जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शो व विचारों को आत्मसात करते हुए उनके सपनों को साकार करने में अपनी भूमिका का निर्वाहन करने का संकल्प लेते है। संगोष्ठी को सहकारी बैंक के सभापति धर्मेंद्र प्रताप सिंह टिल्लू अवधेश पांडे बादल, गोसाईगंज नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. विजयलक्ष्मी जायसवाल, वासुदेव मौर्य वासुदेव मौर्य ने भी सम्बोधित किया।
मार्ल्यापण करने वालों में प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, शक्ति सिंह, अशोका द्विवेदी, शैलेंद्र कोरी, तिलक राम मौर्या, अभय सिंह, बुद्धि पाल प्रजापति, मुरारी यादव, किशन मौर्य, दिनेश जायसवाल, राजीव शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।