परमहंस बोले- सेना व पुलिस को दी जाए खुली छूट
अयोध्या। तपस्वी छावनी के महन्त परमहंसदास ने बुद्ध पूर्णिमा व रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर गुरूवार को बुद्ध संदेश महायज्ञ का आयोजन किया। महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां डालने के बाद उन्होंने कहाकि महात्मा बुद्ध ने पूरी दुनिया को अहिंसा परमोधर्मः का संदेश दिया था। अगर चीन ने बुद्ध के इस संदेश को थोड़ा सा भी समझ लिया होता। तो जैविक हथियार बनाकर विश्व में तबाही न मचाता। चीन ने जिस तरह से कोरोना वायरस को तैयार करवाकर पूरे विश्व में तबाही मचाने का काम किया है। यह निश्चित रूप से घोर निंदनीय व अमानवीय है। महन्त ने कहाकि पाकिस्तान बराबर सीजफायर का उल्लंघन व आतंकवादी हमले करवा रहा है। उस हमले में पिछले दिनों हमारे कई जवान भी शहीद हुए हैं। लेकिन भारतीय जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए हिजबुल कमांडर को मार गिराया। फिर भी दुर्भाग्य इस बात का है कि जो कश्मीर में मुसलमान रह रहे हैं। वह आतंकवादियों को बचाने के लिए सैनिकों पर पत्थर बरसा रहे हैं जो बहुत ही दुख का विषय है। परमहंसदास ने कहाकि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से आग्रह करना चाहता हूं कि सेना-पुलिस को खुली छूट दी जाए। यदि कोई व्यक्ति देश के विरूद्ध और सेना पर पत्थर बरसाने का कार्य करता है। तो तत्काल उसे गोली मारने का आदेश दिया जाए। हथियार सजाने की नही, बल्कि चलाने की छूट होनी चाहिए। जो भी पाक परस्त व आतंकवादियों के बचाव में उतरने वाले लोग हैं। वह चाहे स्त्री हों या पुरूष, हिन्दू या मुसलमान, सिक्ख हो या ईसाई, चाहे सत्ता व विपक्ष, कोई भी हो। जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाया जाए। उसको सीधे गोली मारने का आदेश होना चाहिए। क्योंकि अंधकार का नाश ही प्रकाश है। असत्य का नाश ही सत्य है। हिंसक और राक्षसी प्रवृत्ति का नाश ही मानवता की स्थापना है। तभी राष्ट्रवाद सम्भव है। उन्होंने कहाकि अब १३५ करोड़ देशवासी जाग चुका हैं। जो देश विरोधी लोग हैं। उनको ईंट का जवाब पत्थर से देने का काम किया जायेगा। लाठी नही इनके ऊपर गोली चलाने का आदेश दिया जाए। जो पाक परस्ती व सेना पर हमला करने वाले लोग हैं। उनको अब देश सहन नही करेगा।