-‘पोषण पर चर्चा’ में विशेषज्ञों ने व्यक्त किये विचार
अयोध्या। बच्चे के सम्पूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास के लिए छह माह की आयु तक केवल स्तनपान और छह माह के बाद ऊपरी आहार देना चाहिए । छह माह के बाद बच्चे के शरीर की वृद्धि तेजी से होती है, ऐसे में केवल स्तनपान पर्याप्त नहीं होता। यह विचार गुरुवार को बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार ने व्यक्त किये।
सेंटर फॉर एडवोकेसी ऐंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से आयोजित “पोषण पर परिचर्चा” कार्यक्रम को संबोधित करते हुये उन्होंने बताया कि सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन कर “सही पोषण देश रोशन” के प्रति आम जन को जागरुक किये जाने का प्रयास किया जा रहा है ।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाते हुए गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, किशोर एवं बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों का वजन कर कुपोषण का चिन्हांकन किया जा रहा है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी रवि श्रीवास्तव ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा वीएचएसएनडी दिवस पर बच्चों का वजन कर कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन एवं प्रबंधन का काम किया जा रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान अविभावकों को साफ-सफाई के बारे में जानकारी देने के साथ पोषण के महत्व को भी बताने का काम कर रही हैं। पोषण माह के प्रत्येक दिवस की गतिविधियों की ऑनलाइन फीडिंग भी जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा कराई जाती है द्य पोषण माह की मॉनिटरिंग स्वयं जिलाधिकारी के द्वारा की जा रही है। जिला पोषण विशेषज्ञ यूपी -टीएसयू ने बताया कि किशोरावस्था में शारीरिक बदलाव तेजी से होता है। इस अवस्था में माहवारी होने पर अधिकांश किशोरियाँ संकोच के कारण मां से इस विषय पर खुलकर चर्चा नहीं कर पाती । जबकि इस दौरान उन्हें यह भी नहीं पता होता कि वह क्या सावधानी बरतें और क्या ना करें । ऐसे समय में किशोरियों को संकोच न करके सारी बातें मां से खुलकर करनी चाहिए द्य साथ ही मां को भी बेटी की सहेली बनकर बातों को समझना चाहिए और साफ सफाई से संबन्धित सही सलाह देना चाहिए । किशोरियों को इस दौरान खून की कमी ना हो इसके लिए आयरन फोलिक एसिड की गोली जरूर देना चाहिए । सीफार के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर लोकेश त्रिपाठी ने स्वास्थ्य और पोषण जैसे गंभीर विषय को रोचक और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। इस दौरान आंगनबाड़ी शीला सहित तीन लोगों ने अपने अनुभव साझा किया और शामिल किशोरियों ने भी सवाल पूछे। इस मौके पर,पोषण सहायक आईसीडीएस , तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित सीफार से विनय, राजकुमार और महेंद्र, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।