परिक्रमा पथ पर बिखरे ईंट पत्थर से श्रद्धालुओं के पांव हुए लहूलुहान
फैजाबाद। प्रभु राम की जन्म स्थली अयोध्या के प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा मेला में आये श्रद्धालुओं को भाजपा के शासन में अपमान का दंश झेलना पड़ा। परिक्रमा पथ पर बिखरे ईंट पत्थर से श्रद्धालुओं के पैर लहू लुहान हो गये। यही नहीं हनुमागढ़ी सहादतगंज में भक्तों को दर्शन नहीं करने दिया गया जिससे आहत पुजारी व सेवादारों को प्रसाद सड़क पर फेंकना पड़ा। यह विचार सपा के पूर्व राज्यमंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता तेजनारायण पाण्डेय ने शाने अवध सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद शायह यह पहला मौका था जब परिक्रमार्थियों को अपमानित होना पड़ा और वह भी भाजपा के शासन में, हम सरकार की कुव्यवस्था की निन्दा व भर्त्सना करते हैं। उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी सहादतगंज के सामने बैरियर लगा दिया गया जिससे भक्त मन्दिर के अन्दर नहीं जा पाये और प्रसाद भी ग्रहण करने का भी उन्हें अवसर नहीं मिला। प्रशासन के सामने हनुमानगढ़ी के संत महंत गिड़गिड़ा रहे थे फिर भी बैरियर नहीं हटाया गया। यही नहीं संत महंतो को प्रसाद सड़क पर फेंकना पड़ा। यही हालत रामायण एक्सप्रेस का भी रहा। ट्रेन में शौंचालय तक की भी ठीक व्यवस्था नहीं थी यात्रियों को परेशान होना पड़ा। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के शासनकाल में सन् 2012-17 के मध्य मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अयोध्या की चौदह कोसी व पंच कोसी परिक्रमा मार्ग का करोड़ो रूपये में सुन्दरीकरण कराया था। परिक्रमा पथ के दोनो तरफ धार्मिक पौधों का रोपण किया गया था यही नहीं परिक्रमा के पूर्व पथ पर बालू डालने की परम्परा थी जिससे श्रद्धालुओं को परिक्रमा करने में कोई कठिनाई न हो। पत्रकार वार्ता में सपा जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव, प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी व महानगर अध्यक्ष मोहम्मद कमर राईन भी मौजूद थे।