-वीआईपी दर्शन, दान और फ्री प्रसाद का दे रहे झांसा
अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी के बीच साइबर ठगों की टीम भी सक्रिय है। सुप्रीम फैसले और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद ट्रस्ट के नाम पर फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट बना तथा मंदिर के नाम चंदा लेने और झूठी सूचना प्रसारित करने का मामला पहले ही प्रकाश में आ चुका है। जिसको लेकर ट्रस्ट की ओर से रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई और गिरफ्तारी भी हुई। अब साइबर ठगों की ओर से वीआईपी दर्शन, राम मंदिर के प्रसाद की फ्री होम डिलेवरी और क्यूआर कोड से मंदिर निर्माण के लिए दान आदि का झांसा दिया जा रहा है।
सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप फेसबुक और आने पर लोगों को मैसेज भेजे जा रहे हैं। मैसेज के साथ अटैच क्यूआर कोड स्कैन कर दान करने पर चंदा सीधे राम मंदिर निर्माण के लिए पहुंचने की बात कही जा रही है। वहीं अब राम मंदिर का भूतल और गर्भगृह का निर्माण पूरा होने के बाद गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच रामलाल के वीआईपी दर्शन का झांसा देकर लिंक भेजा जा रहा है। लिक के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा के दिन वीआईपी दर्शन की सुविधा के लिए चुने जाने की बात कही जा रही है।
ठगों का उद्देश्य झांसे में लेकर लिंक पर क्लिक कराना है,जिससे वह मोबाइल को हैक कर डाटा और खाता में सेंध लगा सकें। उधर जैविक उत्पाद के खरीद वितरण से जुड़ी एक वेबसाइट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा के प्रसाद की फ्री होम डिलीवरी का दावा किया जा रहा है। प्रसाद डिलीवरी के लिए 51 रुपए का डिलीवरी चार्ज रखा गया है। इस संबंध में खादी ग्रामोद्योग आयोग की ओर से इस फर्जी वेबसाइट खड़ी ऑर्गेनिक के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। मंदिर निर्माण के लिए फर्जी क्यू आर कोड भेज अपने खाते में रकम जमा कराई जा रही है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा का कहना है कि किसी भी सूचना और दान चंद के लिए तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट और उसके आधिकारिक खाते तथा क्यू आर कोड का ही इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की ओर से इस बारे में लगातार जागरूक भी किया जा रहा है। साइबर सेल के प्रभारी मनबोध तिवारी का कहना है कि इधर बीच जनपद में ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। महानगरों आदि से ऐसी खबर आती रहती है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए।