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भाकियू ने नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर किया प्रदर्शन

– कहा-कृषि उपज खरीदने की गारंटी जैसा कानून बनाया जाए

अयोध्या। भारतीय किसान यूनियन जनपद इकाई भारत सरकार द्वारा पारित 3 कृषि कानून को समाप्त करने की मांग को लेकर गांधी पार्क सिविल लाइन में गांधी प्रतिमा के सामने तीनों कृषि कानून की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया और भारत सरकार से मांग किया गया की तीनों कृषि कानून को समाप्त किया जाए तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपज खरीदने की गारंटी जैसा कानून बनाया जाए।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं आवश्यक वस्तु संशोधनअधिनियम 2020 से तो कालाबाजारी के प्रबल द्वार खुल जाएंगे और आम जनता बहुत परेशान होगी श्री वर्मा ने कहा कि 1943 44 का मामला है ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्टोर से माल/ अनाज आपूर्ति न करने के कारण 40 लाख लोग मर चुके हैं असीमित मात्रा में स्टोरेज करने का परिणाम कालाबाजारी और भुखमरी होगी। मंडल अध्यक्ष अभय राज ब्रह्मचारी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री माननीय उच्चतम न्यायालय पर दबाव बनाकर अपने समर्थकों की कमेटी बनवा कर आंदोलन को ध्वस्त करना चाहते हैं जिसको किसान अच्छी तरह जान चुका है अब किसान धोखे में आने वाला नहीं है और कानून समाप्त होने के बाद ही दिल्ली से वापस आएगा। जिला अध्यक्ष सूर्यनाथ वर्मा ने कहा की चीनी मिल संचालित हुए 2 महीना से ज्यादा समय बीत गया है परंतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया गया/ निर्धारित किया गया है चीनी मिलों द्वारा गन्ना मूल्य 00 लिखा जा रहा है गन्ना मूल्य 500 रूपये प्रति कुंतल घोषित करने की मांग को लेकर आगामी 23 जनवरी को लखनऊ में किसान महापंचायत की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन जनपद इकाई अयोध्या द्वारा किसानों द्वारा दिल्ली में किए जा रहे आंदोलन पर आंदोलनकारियों को तपस्वी छावनी अयोध्या के महंत परमहंस दास द्वारा आतंकवादी व चीन पाकिस्तान व खालिस्तान का समर्थक बताने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तुरंत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करके गिरफ्तार करने की मांग की है। विरोध प्रदर्शन में फरीद अहमद मीडिया प्रभारी शोभाराम यादव संगठन मंत्री फूलचंद यादव, गुदुन्न यादव, अरविंद यादव ,रामप्रताप गुप्ता, मोहम्मद अली, देवी प्रसाद वर्मा, भागीरथी वर्मा ,अमरेश यादव, संतोष वर्मा ,जगतपाल सिंह ,रामू चंद विश्वकर्मा ,महेंद्र वर्मा, रामगोपाल मौर्य, राम जगत यादव ,जगदीश यादव, जगन्नाथ पटेल ,राम सुभावनभारती, राजमणि दुबे ,ध्रुव चंद वर्मा, संतोष पटेल, राजमणि यादव, ओम नारायण वर्मा, कुसुम, प्रीति आदि शामिल थे।

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