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भारत-नेपाल सम्बंध को मजबूत करेगी जनकपुर- अयोध्या बस सेवा: योगी आदित्यनाथ

 

♦रामायण सर्किट व राम जानकी मार्ग का कार्य शीघ्र होगा प्रारम्भ

♦भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के यात्रियों का मुख्यमंत्री ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दोनों देश हजारों सालों सांस्कृतिक व सामाजिक सबन्धों से जुड़े हुयंे हैं। ये एक ऐतिहासिक क्षण है।लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दसरथ और जनक  का अटूट सम्बन्ध था। ये सांस्कृतिक सम्बन्ध राजनीतिक सम्बन्धों से बड़े हो गए हैं। अयोध्या के जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।

फैजाबाद। जनकपुर से अयोध्या पहुंची भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के यात्रियों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा मंे अनुवादित रामचरित्र मानस भेंट कर स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेपाल के प्रधानमंत्री के0पी0 शर्मा ओली ने नेपाल से 11 मई को हरी झण्डी दिखाकर जनकपुर सेें इस बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस शनिवार सुबह करीब 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची। जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या जनकपुर सीधी बस सेवा के लिए पहले नेपाल और भारत के पीएम का आभार व्यक्त करता हूं। भारत-नेपाल के संबंधों को  प्रधानमंत्री ने नया आयाम दिया है। हमें खुशी है कि सांस्कृतिक संबंधों की एक नई कड़ी आज से शुरू हो रही है। अयोध्या-जनकपुरधाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी, साथ ही विकास की यात्रा भी आरंभ होगी। पिछले वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भारतीय डाक विभाग की ओर से प्रकाशित ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम पर आधारित है। डाक विभाग का यह प्रकाशन अयोध्या की वैश्विक पहचान स्थापित कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेगा। साथ ही दीपोत्सव के आयोजन की स्मृतियों को लंबे समय तक संरक्षित करने में भी सहायक होगी। यह बस सेवा पड़ोसी देश नेपाल और भारत के पौराणिक समय से चले आ रहे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में सहायक होगी। इस बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम तथा माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की 520 किलोमीटर की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे।

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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दोनों देश हजारों सालों सांस्कृतिक व सामाजिक सबन्धों से जुड़े हुयंे हैं। ये एक ऐतिहासिक क्षण है।लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दसरथ और जनक  का अटूट सम्बन्ध था। ये सांस्कृतिक सम्बन्ध राजनीतिक सम्बन्धों से बड़े हो गए हैं। अयोध्या के जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है। नेपाल से आए अतिथियों को अयोध्या के संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नेपाल से आये तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिये अतिथि देवो भवः की परिकल्पना को साकार करें, उन्हें अयोध्या के धार्मिक स्थानों तथा रात्रि विश्राम आदि में किसी प्रकार की दिक्कत न आये। उन्होनें कहा कि हमारी सरकार ने भव्य सरयू आरती की शुरूआत की है तथा रामलीला का अनवरत मंचन भी प्रारम्भ हो गया है। भगवान राम की संस्कृति थाईलैंड, कोरिया तथा इण्डोनेशिया तक पहुंच गई है तथा वहां के रामलीला दल अयोध्या में रामलीला का मंचन भी करते है। उन्होनें कहा कि नदी में गिर रहे नालों को बन्द किया जायेगा, अयोध्या का समुचित विकास होगा, अयोध्या की ख्याति के अनुसार यहां का विकास होगा, घाटो का विस्तार होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने अयोध्या की राम की पैड़ी के घाटो का भी निरीक्षण किया। औद्योगिक विकास मंत्री/प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत और नेपाल के सम्बन्धांे को पुनः प्रागंण करने के लिये आज इतिहास की एक कड़ी प्रारम्भ हुई है।

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पर्यटन मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हमारा आपका सम्बन्ध जब से संस्कृति शुरू हुई है तब से है, आपका स्वागत जानकी नन्दन का स्वागत है। भारत से लाखांे लोग पशुपति नाथ जाते है और लाखों लोग नेपाल से भारत आते है, माउण्ट ऐवरेस्ट पर जाने का रास्ता केवल भारत, नेपाल से है। अयोध्या में 133 करोड़ के काम प्रारम्भ हो चुके है, जिसका हर 15 दिन पर निरीक्षण कर रहे है। अगले दीपोत्सव तक अयोध्या चमकेगी। इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  की कृपा से अयोध्या को पुनः त्रेतायुग का दृश्य का एहसास कराने का अवसर अयोध्या वासियों को हुआ है। भारत की संस्कृति सबसे पुरानी है, हमारी संस्कृति वैसी की वैसी बनी रहे। अयोध्या और जनकपुर का आन्तरिक सम्बन्ध और इस बस सेवा से अयोध्या और जनकपुर के सांस्कृतिक सम्बन्ध मजबूत होगें। लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का कार्य रहे है।

नेपाल राष्ट्र के मंत्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि भारत, नेपाल के बीच रामायण कालीन का नवीनीकरण हुआ है, इससे धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। इस अवसर पर नेपाल की मंत्री श्रीमती ऊषा यादव ने भी सम्बोधित किया। उप महापौर जनकपुर धाम रीता कुमार मिश्रा भी उपस्थित थी। कार्यक्रम में अयोध्या के संत महंत नृत्य गोपाल दास, सुरेश दास, कन्हैया दास, रामशरण दास, स्वामी रामान्द जी महाराज, कमल नयन दास, राघवदास, मोहन दास, सांसद लल्लू सिंह, सांसद हरिओम पाण्डेय, विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुूप्ता, विधायक बीकापुर शोभा सिंह, विधायक मिल्कीपुर बाबा गोरखनाथ, विधायक रूदौली राम चन्दर यादव विधायक गोसाईगंज इन्द्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, जिला अध्यक्ष भाजपा अवधेश पाण्डेय बादल, कुलपति अवध विश्वविद्यालय प्रो. मनोज दीक्षित, आयुक्त मनोज मिश्र, जिलाधिकारी डा. अनिल कुमार व अन्य प्रशासनिक पुलिस अधिकारी तथा बड़ी संख्या में संत व साधुगण उपस्थित थे।

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