-मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए बाइक सवार बदमाशों ने चलाई गोली
प्रयागराज। पुलिस की मौजूदगी में शनिवार की देर शाम माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए बाइस सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की सूचना पर पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। खबर लिखे जाने तक मौके पर भारी फोर्स के साथ-साथ कई वरिष्ठ अफसर पहुंच गए थे।
गोलीबारी में एक सिपाही भी घायल होने की सूचना है।उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ चार दिन की पुलिस कस्टडी में थे। शनिवार को तीसरे दिन धूमनगंज थाने के लॉकअप में बंद अतीक व अशरफ से एटीएस ने हथियार तस्करी की बाबत पूछताछ की थी। रात लगभग साढ़े दस बजे जब दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी मीडियाकर्मी बनकर दो बदमाश बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। गोलियां लगने से अतीक व अशरफ ललूलुहान होकर गिर पड़े। दोनों को आनन-फानन स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से दो पिस्टल व छह खोखे मिले हैं। घटना की सूचना पर सभी थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। गौरतलब है कि उमेश पाल अपहरण कांड में एमपीएमएलए अदालत ने अतीक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अतीक अहमद पर सौ से अधिक मुकदमे चल रहे हैं।
अतीक अहमद पर 101 मुकदमे दर्ज थे जबकि 65 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। मौके से दो पिस्टल और छह खोखे बरामद किए गए हैं। दोनों को कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया। दोनों के सिर में गोली मारी गई और मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। शवों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
बताया जा रहा है एक बाइक पर सवार होकर तीन मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और गोली मारकर भाग निकले। दोनों की मौके पर मौत हो गई। बाइक सवारों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। घटना को अंजाम देकर भाग निकले। वारदात में एक सिपाही भी घायल हो गया है। घटना से पूरे शहर में कोहराम मच गया है। दोनो को मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन ले जाया गया था। इसी दौरान वारदात हुई।
गोली मारने के बाद हमलावरों ने हाथ उठाकर किया सरेंडर
माडिया रिपोर्ट के मुतबाकि हमलावरों के गले में आईडी कार्ड भी था, जिससे आशंका जताई जा रही है कि तीनों मीडियाकर्मी बनकर पब्लिक में आए थे। अशरफ और अतीक को गोली मारने के बाद हमलावरों ने हाथ खड़े कर मौके पर ही सरेंडर कर दिया।