जिलाधिकारी ने लिया महिला और पुरुष अस्पताल का जायजा
अयोध्या। स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को अस्पताल परिसर में सीटी स्कैन मशीन की स्थापना के लिए ओपीडी में कहीं व्यवस्था कराए जाने का निर्देश दिया है साथ ही 3 दिन के भीतर इस बाबत प्रपोजल बनाकर उनके कार्यालय तथा स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने की हिदायत दी है।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में लगवाई गई सीटी स्कैन मशीन लगभग 5 वर्षों 8 अगस्त 2017 से खराब पड़ी है। भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल मैं जिला प्रशासन के साथ समय-समय पर दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के मंत्री व राज्य मंत्री, विभाग के अधिकारियों तथा उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री से लोगों की ओर से जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगवाने की मांग कई बार की गई लेकिन मशीन की स्थापना और संचालन को लेकर कार्रवाई एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई। प्रदेश की सत्ता में दोबारा पहुंचने के बाद एक बार फिर से पार्टी पदाधिकारियों समेत अन्य ने सरकार के समक्ष सीटी स्कैन का मुद्दा उठाया है। चर्चा है कि उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री बृजेश पाठक के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के चलते सीटी स्कैन मशीन की स्थापना और संचालन की कवायद को आगे बढ़ाने की कार्रवाई शुरू की गई है।
इस बाबत स्थलीय जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी के समक्ष एक बार फिर से जिला अस्पताल परिसर स्थित मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय को खाली कराने और वहीं पर सीटी स्कैन मशीन लगवाने की बात उठी। हलांकी अभी इतना जल्दी मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपना पुराना कार्यालय से कब्जा हटाने को तैयार नहीं है। विभागीय लोगों का कहना है कि पुराने सीएमओ कार्यालय को खाली होने में समय लगेगा। जिसके चलते जिला अधिकारी ने सीटी स्कैन मशीन की स्थापना के लिए अन्यत्र जमीन तलाशने का निर्देश दिया है उन्होंने सीटी स्कैन मशीन को नवनिर्मित ओपीडी भवन में कहीं लगाने का सुझाव दिया है और 3 दिन में प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा है
इस दौरान जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ चिरंजी राय, वरिष्ठ परामर्शदाता डॉक्टर सी वी एन त्रिपाठी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
जिला अस्पताल के साथ जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण, आवश्यक इंतजाम के निर्देश
-शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी तथा उपलब्धता और देश-प्रदेश में वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोना वायरस के संक्रमण के एक बार फिर से रफ्तार पकड़ने को लेकर जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल के साथ जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने ओपीडी वार्ड, पंजीकरण काउंटर, दवा वितरण कक्ष, जननी सुरक्षा योजना कक्ष, प्रसव शल्य चिकित्सा कक्ष, एएनसी नर्सिंग कक्ष, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, च्प्ब्न् (पीकू) वार्ड, कोविड वार्ड आदि सहित चिकित्सा में ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट इकाइयों का जायजा लिया। सभी आवश्यक दवाओं की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित रखने की हिदायत दी।
मंगलवार को जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) कक्ष के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सीएमएस को जननी सुरक्षा योजना में लंबित आवेदनों की तत्काल फीडिंग सुनिश्चित कराने तथा लाभार्थियों को योजना की राशि से लाभान्वित कराने,भविष्य में प्रसूताओं से पहले दिन ही जननी सुरक्षा योजना का फार्म भरवा समस्त प्रपत्र यथा आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या आदि तत्काल फीडिंग कराने और डिस्चार्ज के दिन ही प्रसूता को योजना के राशि से लाभान्वित करने,सिजेरियन प्रसव की क्षमता बढ़ाने की हिदायत दी। एएनसी नर्सिंग कक्ष में भर्ती प्रसूताओ व उनके तीमारदारों से उपलब्ध चिकित्सीय सुविधाओ व उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और आयुष्मान योजना से लोगों को लाभान्वित कराने व डिलेवरी पैकेज की राशि पूरी चिकित्सा टीम को प्रदान करने को कहा।
उन्होंने सीएमएस व प्रबंधक को कायाकल्प योजना के तहत चिकित्सालय को और बेहतर बनाने व चिकित्सीय सुविधा बढ़ाने, योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने,मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने,वार्डों सहित सम्पूर्ण परिसर को नियमित साफ-सफाई व आवश्यकतानुसार रंगाई-पुताई व मरम्मत,एएनएम व आशा को अधिक से अधिक पेशेंटस को चिकित्सालय में भेजने व विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराने तथा चिकित्सकों व स्टाफ को चिकित्सालय में समय से उपस्थित रह कर नियमित बेहतर चिकित्सा सुबिधायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। क्षेत्रीय निदान केंद्र का भ्रमण कर जांच की सुविधाओं का अवलोकन किया।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि चिकित्सालय में पीकू सहित कोविड संबंधी कुल 80 बेड उपलब्ध है जिसे आवश्यकतानुसार 100 बेड किया जा सकता है। सभी शैय्याओं तक पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति की सुविधा होने के साथ ही पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन कांसन्ट्रैटर व ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है तथा ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु 1000 लीटर प्रति मिनट व 500 लीटर प्रति मिनट के दो यूनिट क्रियाशील है।