-उर्स के दूसरे दिन पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने चढ़ाई चादर
मिल्कीपुर। बारुन बाजार स्थित मड़हा पुल के दूसरे छोर पर दौलतपुर गांव में स्थित हजरत कुर्बान शाह बाबा की दरगाह पर तीन दिवसीय सालाना उर्स का आयोजन किया गया। उर्स के पहले दिन अयोजित जलसे में मशहूर उलेमाओं के द्वारा तकरीर का प्रोग्राम किया गया तथा दूसरे और तीसरे दिन जवाबी कव्वाली का आयोजन किया गया।उर्स के दूसरे दिन दरगाह पहुंचें पूर्व मंत्री व मिल्कीपुर विधायक अवधेश प्रसाद ने कुर्बान शाह बाबा की मजार पर चादर चढ़ाई।दरगाह के खादिम नौशाद खान ने पूर्व मंत्री को जियारत कराई।
इस मौके पर उन्होंने मुल्क में अमन चैन व भाईचारा कायम रहने की दुआ भी मांगी।उर्स कमेटी से जुड़े अब्दुल मुस्तफा खान ने बताया कि दरगाह पर दिन में कुरानखानी एवं गागर उठाने की रस्म अदा की गई।उर्स में बड़ी संख्या में पहुंचे जायरीनों ने दरगाह पर फातिहा पढ़ी।रात दस बजे के बाद बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को हुई जवाबी कव्वाली में बृहस्पतिवार को मशहूर कव्वाल महबूब नाज कानपुर एवं कव्वाला तनवीर इंडियन गाजीपुर के बीच तथा शुक्रवार को मशहूर कव्वाल साकिब अली साबरी व कव्वाला नेहा सुल्तानी के बीच शानदार जवाबी कव्वाली हुई।
कव्वालों ने फनकारी का बेहतरीन नजारा पेश करते हुए वहां हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।उर्स में उमड़ी भारी भीड़ के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन की नाम मात्र मौजूदगी के कारण शांति व्यवस्था कायम रखने में मेला आयोजकों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।वहीं दूसरी ओर उर्स में उमड़ी भारी भीड़ के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन की नाम मात्र मौजूदगी के कारण शांति व्यवस्था कायम रखने में मेला आयोजकों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।
रात 11 बजे के बाद जब कव्वाली और मेला अपने चरम पर था तब शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी थाना पूराकलंदर की ओर से एक महिला व एक पुरुष कांस्टेबल ड्यूटी निभाता दिखा।गौरतलब है कि भारी भीड़ के दृष्टिगत इससे पहले प्रतिवर्ष पीएसी व थाने की थाने की फोर्स बड़ी संख्या में शांति व्यवस्था के लिए उपलब्ध रहती थी।