-मरीजों और तीमारदारों ने किया हंगामा

अवैध वसूली की रसीद
कुमारगंज। 100 शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज में मरीजों और उनके तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप है कि सरकार द्वारा एक रुपये की पर्ची पर मरीजों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावे के बावजूद, अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और रेबीज इंजेक्शन जैसी सेवाओं के लिए अवैध रूप से पैसे वसूले जा रहे हैं। इस मामले ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, और अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।
तीमारदारों का कहना है कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए 100 रुपये की रसीद काटी जा रही है, जबकि सरकार ने इस तरह की सेवाओं को मुफ्त करने का दावा किया है। एक तीमारदार ने बताया, “हमसे अल्ट्रासाउंड के लिए 100 रुपये लिए गए, जबकि हमें बताया गया था कि यह सुविधा मुफ्त है।” इसके अलावा, एक अन्य व्यक्ति ने आरोप लगाया कि रेबीज इंजेक्शन के लिए 20 रुपये की अवैध वसूली की जा रही है।
तीमारदारों का कहना है कि ऐसी वसूली गरीब मरीजों के लिए भारी पड़ रही है, जो सरकारी अस्पतालों पर निर्भर हैं। गुस्साए तीमारदारों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और प्रशासन से जवाब मांगा। लोगों का कहना है कि ऐसी अनियमितताएं आम हो गई हैं, और गरीब मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट राम आशीष ने बताया कि अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और एक्स-रे के लिए पर्चियां काटी जाती हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इन सेवाओं के लिए शुल्क क्यों लिया जा रहा है, जबकि सरकारी निर्देशों के अनुसार ये सुविधाएं मुफ्त होनी चाहिए। उनके बयान ने तीमारदारों के आरोपों को और बल दिया है, और इस मामले में पारदर्शिता की कमी साफ नजर आ रही है।
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) रवि पाण्डेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, “अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा पूरी तरह मुफ्त है। अगर किसी से पैसे लिए गए हैं, तो यह गलत है। हम इस मामले की गहन जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” सीएमएस ने यह भी आश्वासन दिया कि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी, और ऐसी अनियमितताओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।