-16.83 करोड़ की लागत से सोविनियर शॉप समेत होंगे पर्यटन के ढेरों कार्य, पर्यटन विभाग करा रहा कार्य, 77 फीसदी हुआ पूरा
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रही है। भगवान श्रीराम की नगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें से एक है 14 कोसी परिक्रमा पथ के किनारे स्थित ऐतिहासिक अफीम कोठी का विकास। इस परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और दो माह बाद पर्यटक यहां झूमते नजर आएंगे। हालांकि अब इस स्थल को साकेत सदन का नाम दिया गया है। 16.83 करोड़ रुपये की लागत से इस स्थल को आधुनिक सुविधाओं से लैस पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित इस परियोजना में अब तक 77 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। साकेत सदन (अफीम कोठी) को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए सोविनियर शॉप, टिकट काउंटर, केयर टेकर रूम, पाथवे और पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि पर्यटकों को अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचित कराएगा। पर्यटन विभाग का लक्ष्य है कि इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा कर पर्यटकों के लिए नया अनुभव प्रदान किया जाए।
14 कोसी परिक्रमा पथ पर स्थित साकेत सदन (अफीम कोठी) का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह स्थल अयोध्या के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। योगी सरकार की ओर से इस स्थल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि यह अयोध्या की वैश्विक पहचान को और मजबूत करेगा।
साकेत सदन (अफीम कोठी) में विकसित हो रही सुविधाओं में सोविनियर शॉप विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होगी, जहां पर्यटक अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों को संजोने वाली वस्तुएं खरीद सकेंगे। इसके अलावा, टिकट काउंटर और केयर टेकर रूम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे हैं। पाथवे और पार्किंग की व्यवस्था से पर्यटकों को आवागमन में आसानी होगी। इन सुविधाओं से न केवल स्थानीय पर्यटकों को लाभ होगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को भी बेहतर अनुभव मिलेगा।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि श्रीराम मंदिर के निर्माण के साथ ही शहर में सड़कों, घाटों, और अन्य पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। साकेत सदन (अफीम कोठी) जैसी परियोजनाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। सरकार का मानना है कि इन प्रयासों से अयोध्या न केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेगा, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पर्यटन के लिए भी वैश्विक स्तर पर पहचाना जाएगा। साकेत सदन (अफीम कोठी) के विकास से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। सोविनियर शॉप और अन्य सुविधाओं के संचालन से छोटे व्यवसायियों को लाभ होगा।