मिल्कीपुर। बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ता संघ मिल्कीपुर के वकील भी न्यायिक कार्य से विरत रहे। अधिवक्ताओं ने हाथ की बांह में लाल पट्टी बांधकर सरकार को अपनी मांगों के प्रति आगाह किया और विरोध जताया। सरकार द्वारा मांगे नहीं माने जाने पर आगामी 23 मार्च को सभी अधिवक्ता पुनः न्यायिक कार्य से विरत रहकर सरकार का विरोध करेंगे। इस अवसर पर बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के अध्यक्ष पवन कुमार शुक्ला व मंत्री गंगा प्रसाद द्विवेदी की अगुवाई में सभी अधिवक्ताओं ने एक स्वर में अपनी मांगो की आवाज बुलंद की तथा अपनी मांगों के समर्थन में नारेवाजी की। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पवन कुमार शुक्ल ने प्रदर्शन में मौजूद अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर जिद पर अड़े हैं तथा सरकार को अपनी मांगों के समर्थन में झुका कर ही रहेंगे। इस मौके पर प्रमुख रूप से अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव, खुशीराम पांडे, पूर्व मंत्री अमित कुमार मिश्रा, सूर्य नारायण द्विवेदी, अंसार खान, हरिमोहन शंकर श्रीवास्तव, बृजेश पांडे, दिनेश कांत यादव, पूर्व अध्यक्ष आनंद पाठक, दयानंद पांडे बृजेश मिश्रा, स्वामीनाथ उपाध्याय, प्रह्लाद तिवारी एवं अमरजीत सिंह सहित सहित दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।
सोहावल : अधिवक्ताओं ने लाल पट्टी बांधकर किया बिरोध
सोहावल-अयोध्या। बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर अधिवक्ता संघ सोहावल से जुड़े अधिवक्ताओं ने सोमवार को बांह पर लाल पट्टी बांधकर सरकार के प्रस्ताव का विरोध किया और अपनी एकजुटता दिखायी। संघ के सामान्य सदन की बैठक में प्रस्ताव पारित कर सरकार द्वारा अधिवक्ता हितों के विरुद्ध पारित किए गये प्रस्ताव की निंदा की गयी।इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हुये अधिवक्ताओं ने कहाकि कचेहरी में आने जाने के लिये परिचय पत्र बनवाने सहित अधिवक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के दायरे में लाना अमानवीय है। अध्यक्ष सहित मौजूद लोगों में सुधीर कुमार मिश्र,अनूप कुमार पाण्डेय, शिवमूर्ति तिवारी,मो0 मुकीम, हेमंत कुमार दूबे आदि सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।