-अविवि में संसदीय पत्रकारिता का भविष्य पर व्याख्यान आयोजित
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार और पत्रकारिता विभाग में बुधवार को संसदीय पत्रकारिता का भविष्य विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के बतौर वक्ता विधानसभा लखनऊ के पूर्व मुख्य संपादक डॉ. अरुणेन्द्र चन्द्र त्रिपाठी रहे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए जीवन भर अध्ययन जरूरत है। इससे सामयिक विषयों पर समाचार लेख एवं विश्लेषण तैयार करने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि संसदीय पत्रकारिता के लिए पत्रकार को संविधान का अध्ययन करना आवश्यक है। उसे अनुच्छेद, परिनियमावली, अनुसूची जैसे बिंदुओं का बारीकी से ज्ञान होना चाहिए। इसमें एक-एक शब्द के बहुत मायने होते हैं। संसदीय पत्रकारिता में कार्य करने वाले पत्रकारों को संसद एवं विधानसभा नियमावली पुस्तिका भी उपलब्ध कराई जाती है। यह सटीक रिपोर्टिंग के लिए शक्ति प्रदान करती है।
कार्यक्रम में एमसीजे विभाग के समन्वयक डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि संसदीय पत्रकारिता में विधि का ज्ञान होना आवश्यक है। क्योंकि विधानसभा व संसद जैसी संवैधानिक संस्थानों की कार्यवाही चर्चा एवं सदन की गरिमा जैसे विषयों पर सटीक रिपोर्टिंग आवश्यक होती है। कार्यक्रम में अतिथि का स्वागत विभाग के शिक्षक डॉ0 आरएन पाण्डेय व डॉ0 अनिल विश्वा द्वारा स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर सुभाष सिंह, प्रीति विश्वकर्मा, ज्योति जायसवाल, त्रिपदा त्रिपाठी, सर्वेश श्रीवास्तव, स्वाति सिंह, शिवानी पाण्डेय, हार्दिक यादव, दिव्यांश यादव, नीतिश सिंह, ज्योति निषाद, संदीप शुक्ल, रोशनी, आशु शुक्ला, गीताजंलि मिश्रा, जनार्दन सिंह, अभिषेक पाण्डेय, आस्था वर्मा, मृणाल द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपसिथत रहे।