अयोध्या की प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा में उमड़ा आस्था का जन सैलाब

by Next Khabar Team
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-अधिकारियों द्वारा पूरे मेला क्षेत्र की पल-पल निगरानी की जा रही

चौदह कोसी परिक्रमा की व्यवस्थाओं का जायजा लेते डीएम-एसएसपी

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या की प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा में आस्था की लहर आखिरकार मुहूर्त से पहले ही छलक उठी। 14 कोसी परिक्रमा शुरू होने के साथ ही कार्तिक मेला शुरू हो चुका है। रामनगरी के 14 कोस की परिधि अटूट मानव श्रृंखला में बंध सी गई है। गगनभेदी जयघोष की सामूहिक आध्यात्मिक स्वरों से 14 कोसी परिक्रमा पथ गुंजायमान होने लगा है श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जगह जगह सेवा शिविर भी लगाए गए हैं। जलपान से लेकर चिकित्सा के पृरे इंतजाम परिक्रमा पथ पर खूब किए गए हैं।

वहीं, रामनगरी में यातायात प्रतिबंध लागू करते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों द्वारा पूरे मेला क्षेत्र की पल-पल निगरानी की जा रही है। अनुमान है कि करीब 20 लाख श्रद्धालु अयोध्या में परिक्रमा पथ पर उमड़ेंगे। हर कोई प्रभु श्रीराम के चरणों में नतमस्तक होने की लालसा लिए चला आ रहा है। परिक्रमा मार्ग की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है, वहीं ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था भी की गई है। नगर निगम की टीमों ने मार्गों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था और पेयजल स्टॉलों की व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने परिक्रमा मार्ग पर मेडिकल यूनिट और एंबुलेंस लगाई हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद मिल सके।

चौदह कोसी परिक्रमा की व्यवस्थाओं का जायजा लेते डीएम-एसएसपी

पौराणिक मान्यता है कि 14 कोसी परिक्रमा का पुण्य हजार यज्ञों के फल के समान होता है। इसी आस्था के कारण लाखों श्रद्धालु कठिन यात्रा के बावजूद हर वर्ष अयोध्या पहुंचते हैं। घाटों और मार्गों पर इस बार विशेष सजावट की गई है, जगह-जगह सेवा शिविर, भोजन प्रसाद वितरण केंद्र और आराम स्थल बनाए गए हैं। ए0डी0जी0 लखनऊ जोन सुजीत पांडेय ने मण्डलायुक्त राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के साथ परिक्रमा मार्ग यथा-लता चौक नयाघाट, हनुमानगुफा, कारसेवकपुरम, हलकारा का पुरवा, आशिफबाग, सूर्यकुण्ड, जनौरा, गिरिजाकुण्ड जनौरा, मोदहा ओवर ब्रिज, सहादतगंज हनुमानगढ़ी से गुप्तारघाट होते हुये रेतिया, उदया तिराहा, राजघाट पार्क, झुनकीघाट से नयाघाट आदि का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था, बेरीकेटिंग, सड़क की स्थिति, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, नाले के ऊपर ढक्कन, मिट्टी व बालू डालने आदि की व्यवस्थाएं परिक्रमा से पहले करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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परिक्रमा का मुहूर्त 30 अक्तूबर की सुबह 04ः50 बजे से था, लेकिन श्रद्धालुओं ने रात करीब दो बजे से ही परिक्रमा शुरू कर दी। जब तब आकाश में हलकी लालिमा फैली, तब तक पूरा परिक्रमा पथ भक्तों से अट-पट गया था। भोर होते-होते रामनगरी के 14 कोस की परिधि अटूट मानव शृंखला में बंध सी गई। गगनभेदी जयघोष की सामूहिक आध्यात्मिक स्वरों से 14 कोसी परिक्रमा पथ गुंजायमान होने लगा। दर्शननगर, भीखापुर, देवकाली, जनौरा, नाका हनुमानगढ़ी, मोदहा, सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर, सआदतगंज, अफीम कोठी, नयाघाट आदि स्थानों से श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति की रौ में परिक्रमा करना शुरू कर दिया है।

चौदह कोसी परिक्रमा की व्यवस्थाओं का जायजा लेते डीएम-एसएसपी

श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जगह जगह सेवा शिविर भी लगाए गए हैं। जलपान से लेकर चिकित्सा के पूरे इतंजाम परिक्रमा पथ पर किए गए हैं। वहीं, रामनगरी में यातायात प्रतिबंध लागू करते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नयाघाट स्थित कंट्रोल रूम में मंडलायुक्त राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने कैंप कर रखा है, पूरे मेला क्षेत्र की पल-पल निगरानी की जा रही है।
आस्था के पथ को नापने के लिए रामनगरी में बुधवार की सुबह से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे। रामलला के दरबार में सुबह सात बजे भक्तों की लंबी कतार थी। श्रद्धालुओं ने सरयू स्नान कर रामलला व हनुमंतलला के दरबार में हाजिरी लगाई। शाम होते-होते सरयू पाटों से लेकर मठ-मंदिर भक्तों से गुलजार हो उठे। ट्रेन व बसों समेत ट्रैक्टर-ट्रालियों से श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ने लगा। कुछ श्रद्धालुओं ने बृहस्पतिवार की सुबह सरयू स्नान कर परिक्रमा का श्रीगणेश किया।

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14 कोसी परिक्रमा के मुहूर्त को लेकर श्रद्धालुओं में इस बार उहापोह की स्थिति रही। परिक्रमा का मुहूर्त 30 अक्तूबर की सुबह 04ः50 बजे है। उसकी जगह सोशल मीडिया पर 29 अक्तूबर को परिक्रमा का मुहूर्त बता दिया गया। इसके चलते कुछ श्रद्धालुओं ने भ्रमवश 29 अक्तूबर की सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर ही परिक्रमा आरंभ कर दी। सुबह-सुबह जब परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई, तो सब हैरान हो गए।

रामनगरी अयोध्या की कार्तिक परिक्रमा में अभेद सुरक्षा कवच

चौदह कोसी परिक्रमा की व्यवस्थाओं का जायजा लेते आईजी प्रवीण कुमार

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आगामी कार्तिक परिक्रमा एवं पूर्णिमा मेला को लेकर प्रशासन ने अभेद सुरक्षा कवच तैयार किया है। लाखों श्रद्धालुओं की आमद को देखते हुए परिक्रमा मार्ग पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से निगरानी के साथ पुलिस बल की तैनाती चरणबद्ध तरीके से की जा रही है। अयोध्या एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में परिक्रमा और मेला शांतिपूर्ण, सुरक्षित एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराए जाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, कोई भी श्रद्धालु असुविधा में न पड़े, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की परिक्रमा व्यवस्था में 2000 से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है, जिसमें 13 अपर पुलिस अधीक्षक, 36 पुलिस उपाधीक्षक, 19 थाना प्रभारी, 100 निरीक्षक, 390 उपनिरीक्षक, 115 मुख्य आरक्षी (म0आर0), 1355 आरक्षी/मुख्य आरक्षी, 170 महिला आरक्षी, पीएसी की 6 सामान्य कंपनियां, 1 बाढ़ राहत कंपनी, तथा 1 आरएएफ कंपनी शामिल हैं।

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एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि परिक्रमा मार्ग, घाटों, मंदिरों और प्रमुख पड़ावों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी पुलिस अधिकारी अपने-अपने सेक्टरों में तैनात रहेंगे। यातायात व्यवस्था के लिए अलग से पुलिस बल लगाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
उन्होंने बताया कि ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भीड़ की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। वहीं, पुलिस कंट्रोल रूम से निरंतर संपर्क बनाए रखा जाएगा। आवश्यकतानुसार राहत दलों और पीएसी कंपनियों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कार्तिक परिक्रमा और पूर्णिमा मेला आस्था, परंपरा और जनभावना का प्रतीक है, इसलिए इसकी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। प्रशासन का उद्देश्य है कि श्रद्धालु सुरक्षित, सहज और श्रद्धाभाव से परिक्रमा कर सकें। अयोध्या एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कहा कि इस बार की परिक्रमा सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धा के संतुलन की मिसाल बनेगी। पुलिस पूरी तरह तैयार है और श्रद्धालुओं से भी सहयोग की अपील की गई है।

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