-एक करोड़ 39 लाख की लागत से एक वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य
अयोध्या। नगर पंचायत कुमारगंज के पिठला गांव में वैश्विक नगर उदय योजना के अंतर्गत एक आधुनिक कल्याण मंडपम का निर्माण कार्य बुधवार, 16 जुलाई से शुरू होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की लागत 1 करोड़ 39 लाख रुपये है, और इसे एक वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्य की शुरुआत से पहले मंगलवार को नगर पंचायत अध्यक्ष विकास सिंह छोटू और इंजीनियर भानु प्रताप ने निर्माण स्थल का दौरा किया और कार्य की तैयारियों का जायजा लिया।
नगर पंचायत अध्यक्ष विकास सिंह छोटू ने बताया कि कल्याण मंडपम का निर्माण अयोध्या-रायबरेली हाईवे के ठीक बगल में पिठला गांव में किया जा रहा है, जिससे इसकी पहुंच आसान होगी। यह मंडपम शादी-विवाह, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों के लिए एक केंद्रीय स्थल के रूप में काम करेगा। उन्होंने कहा,यह मंडपम न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, बल्कि आम लोगों के लिए सस्ता भी होगा।
निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सीएन और डीएस संस्था को सौंपी गई है,जो एक साल मे इस परियोजना को पूरा करेगी।इसके निर्माण से लगभग 5000 लोग लाभान्वित होंगे। जूनियर इंजीनियर (जेई) ने बताया कि मंडपम में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिनमें वैकेट हॉलः बड़े आयोजनों के लिए विशाल हॉल। दो डारमेट्रीः मेहमानों के ठहरने की सुविधा।
ऑफिसः प्रशासनिक कार्यों के लिए, किचनः खानपान की व्यवस्था के लिए,पार्किंगःवाहनों के लिए पर्याप्त स्थान,मैरिज लॉनः शादी और अन्य समारोहों के लिए खुला क्षेत्र होगा।कल्याण मंडपम से पिठला गांव और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की उम्मीद है। अयोध्या-रायबरेली हाईवे के किनारे होने के कारण इसकी लोकेशन इसे क्षेत्र के लोगों के लिए सुगम बनाती है।
यह मंडपम न केवल शादी-विवाह जैसे आयोजनों के लिए उपयुक्त होगा, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए भी एक आदर्श स्थान प्रदान करेगा।वैश्विक नगर उदय योजना का हिस्सा यह परियोजना वैश्विक नगर उदय योजना के तहत शुरू की जा रही है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास करना है।
इस योजना के तहत निर्मित कल्याण मंडपम स्थानीय समुदाय को एक ऐसी जगह प्रदान करेगा, जहां वे अपने सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों को किफायती और सुविधाजनक तरीके से आयोजित कर सकेंगे।पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि इस मंडपम के बनने से न केवल स्थानीय लोगों को एक केंद्रीकृत और आधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी, बल्कि यह क्षेत्र में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।