-आतंक का पर्याय बना काला सांड भी पकड़ा गया
मिल्कीपुर।मिल्कीपुर क्षेत्र में अयोध्या रायबरेली-फोरलेन पर अक्सर दुर्घटना का कारण बन रहे छुट्टा जानवरों को अभियान चलाकर पकड़ा गया। खंड विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की पांच टीमों ने फोरलेन पर टहल रहे छुट्टा जानवरों को पकड़कर क्षेत्र की विभिन्न गौशालाओं में भिजवाया।
पलिया माफी गौशाला से जुड़ी टीम ने बारुन मड़हा पुल से रसूलपुर टोल प्लाजा तक एपीओ अनस खान की अगुवाई में ग्राम पंचायत अधिकारी आदित्य कुमार,दीपेंद्र कुमार सिंह,राजेंद्र यादव,शिवकुमार शर्मा आदि कर्मचारियों की टीम ने 10 छुट्टा जानवर पकड़ा जिसे बारुन पशु अस्पताल की चिकित्सक डॉ शशि कुमारी व पशुधन प्रसार अधिकारी राम सिंह,नरेंद्र कुमार आदि ने टैगिंग तथा बधियाकरण किया। इसके बाद पकड़े गए सभी दस जानवरों को पलिया माफी गौशाला भिजवाया गया।
कुंभी गौशाला से जुड़ी दूसरी टीम ने मीठे गांव से गहनाग बाबा मंदिर तक फोरलेन पर 11 छुट्टा पशुओं को एडीओ सहकारिता शिवबरन यादव के नेतृत्व में पड़कर कुंभी गौशाला भिजवाया। भागीपुर गौशाला से जुड़ी तीसरी टीम ने एडीओ आईएसबी गौतम वर्मा के नेतृत्व में अयोध्या-रायबरेली फोरलेन पर गहनाग बाबा मंदिर से आश्रम पद्धति स्कूल मुकेशपुर तक 9 छुट्टा जानवरों को पड़कर भागीपुर गौशाला पर भिजवाया। परसवां गौशाला से जुड़ी चौथी टीम एडीओ पंचायत सुरेंद्र कुमार राव के नेतृत्व में आश्रम पद्धति स्कूल मुगीशपुर से रामगंज तक 9 छुट्टा जानवरों को पड़कर परसवां की गौशाला पर भिजवाया।
हिसामुद्दीन पुर गौशाला से जुड़ी पांचवी टीम ने एडीओ एजी रामसुभाय के नेतृत्व में रामगंज से नगर पंचायत कुमारगंज सीमा पर स्थित बरईपारा गांव तक टहल रहे 14 छुट्टा जानवरों को पड़कर हिसामुद्दीनपुर की गौशाला में भिजवाया।अभियान में कुल मिलाकर 53 छुट्टा जानवर पकड़े गए।छुट्टा जानवरों को पकड़ने के अभियान में ग्राम पंचायत अधिकारी आशीष मिश्र,मिथिलेश कुमार,राहुल कुमार,ज्योति यादव,विकास कुमार,सूरज सिंह,अजय कुमार,हरगोविंद वर्मा,पंकज मिश्र,अभिषेक यादव, अरविंद बाजपेई समेत पंचायत विभाग,विकास विभाग,लघु सिंचाई विभाग एवं पशुपालन विभाग के कई दर्जन कर्मचारी शामिल रहे।
बारुन क्षेत्र के चार-पांच गांवों में आतंक का पर्याय बना विशालकाय काला सांड भी इस अभियान में पकड़ा गया।यह सांड विगत कुछ समय से क्षेत्र के पशुपालकों में डर का कारण बना हुआ था इसने चंद्रशेखर यादव,हनुमान सिंह,गया प्रसाद,अनंत राम,कृष्ण कुमार यादव,कैलाश यादव आदि पशुपालकों के जानवरों को मार कर मरणासन्न कर चुका है।इसके पकड़े जाने से सभी पशुपालकों ने राहत की सांस लिया है।