डीएम ने खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, सेके्रटरी व ग्राम प्रधानों के साथ की बैठक
अयोध्या। प्रदेश सरकार के द्वारा ग्राम स्तर पर संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए किये गए प्रयास के कारण ही इन रोगो पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है। आप सभी के नेतृत्व में गांव में संचालित विभिन्न निरोधात्मक गतिविधियों का इस बीमारी के विरुद्ध जारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
उक्त उद्गार जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान की बैठक में व्यक्त की। बैठक में उन गांव के सेक्रट्ररी व ग्राम प्रधान को बुलाया गया था जिनके यहां स्वच्छ भारत अभियान के तहत अभी भी शौचालय का निर्माण कार्य सुस्त गति से चल रहा है।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि जब गांव स्वच्छ व निर्मल होंगे तो संचारी रोग सहित कोई भी रोग नहीं पनपने पाएगा। और लोग स्वस्थ्य रहेंगे सभी को अपने आसपास के क्षेत्र को स्वर प्रेरित होकर स्वच्छ रखना चाहिए। स्वच्छता के लिए शौचालयों का निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण है बैठक में जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी अमानीगंज सर्वेश से स्पष्टीकरण मांगने के लिए मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनंद से कहा उन्होंने वीडियो से पूछा कि इतनी संख्या में आप शौचालय 10 दिन में कैसे बनवा लेंगे। एक मिस्त्री को एक शौचालय बनाने में 3 दिन लगता है कैसे संभव होगा, संतोषजनक उत्तर न मिलने पर स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए, मया बाजार के एडीओ पंचायत बृजेश सिंह परियोजना की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं यह तथ्य बैठक में उजागर होने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगने के साथ सख्त कार्रवाई के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह को दिए।
गलत सूचना देने के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी रसूलपुर प्रदीप कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि बैठक में ही दी गई।जिला जिलाधिकारी ने कहा कि यह बात बार-बार बैठक में उठाई जाती है कि लाभार्थी पैसा लेकर कहीं अनियंत्रित खर्च कर दिए हैं और शौचालय नहीं बनवा रहे हैं, उन्होंने सभी वीडियो को सख्त निर्देश दिए कि ऐसे मामले में आप स्वयं 2 दिन के अंदर एक बार बात कर ले फिर भी लाभार्थी शौचालय नहीं बनाता है तो रिकवरी के आदेश जारी करें तथा रिकवरी की प्रक्रिया तत्काल शुरू करें।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह से कहा कि जो अपात्र है उनकी सभी सूची प्राप्त डीलीशन की कार्यवाही तत्काल करें। बैठक में जिलाधिकारी श्री झा ने सेक्रेटरी से स्पष्ट कहा कि जिन शौचालयों का पैसा दे दिया गया है वह सभी 7 जुलाई तक निश्चित रूप से बन जाना चाहिए अब कोई भी बहानेबाजी नहीं चलेगी अन्यथा दंड के लिए तैयार रहे।
बैठक में सीडीओ अभिषेक आनंद, जिला पंचायत राज अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह, खंड विकास अधिकारी रूदौली नरेंद्र मोहन त्रिपाठी, पूरा व मया केडी गोस्वामी, मिल्कीपुर हरिग्टनगंज यशवर्धन सिंह, मसौधा श्री कृष्ण, पंचायत विभाग के जिला सामान्य दीपक सेन, राकेश सिंह, अविरल पाठक, सहित एडीओ पंचायत, सेक्रेट्री, ग्राम पंचायत अधिकारी, और ग्राम प्रधान उपस्थित थे।
पोषण अभीसरण समिति की हुई बैठक
अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में पोषण अभियान के अंतर्गत जिला पोषण अभीसरण समिति की मासिक बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने सुपोषित गांव, अति कुपोषित बच्चों, सैमं बच्चों का पोषण पुनर्वास केंद्र संदन्र्भन, ब्लॉक कन्वर्जेंस एक्शन प्लान की प्रगति, वीएचएसएनडी तथा अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद में 22 सुपोषित गाॅव का चिन्हांकन किया गया है चिन्हित सुपोषित गाॅव को मानक पूर्ण होने के उपरान्त ही सुपोषित गाॅव घोषित किया जायेगा।बीएचएसएनडी में एएनएम द्वारा बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच किया जाता है तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा बच्चों वा गर्भवती धात्री महिलाओं का वजन किया जाता है तथा उपस्थित लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण किया जाता है आशा द्वारा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को टीकाकरण हेतु बीएचएसएनडी स्थल में घर-घर जाकर बुलाया जाता है। एएनएम तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा कुपोषित, अतिकुपोषित व गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओ के अभिभावकों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिए जाते हैं।
उक्त समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य में जो भी नोडल अधिकारी नामित किए गए है वे ब्लॉक में निरीक्षण करके देखे की आशा तथा एएनएम द्वारा कुपोषित तथा अति कुपोषित, गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओ तथा एनीमिया से ग्रसित महिलाओं तथा बच्चों का जो रजिस्टर और अभिलेख बनाया गया है वह सही है अथवा नहीं। शिक्षाधिकारी के माध्यम से प्रधानाध्यापकों को अवगत कराया जाए कि बच्चों को आयरन की गोलियां खिलानी ही खिलानी है अगर नहीं खायी तो क्यों नहीं खायी इसका जिम्मेदार कौन है इन सब बातो का अंकन रजिस्टर व अभिलेख में रहना चाहिए एबीएसए इसका निरीक्षण कर इसका रिर्पोट लगाये।बच्चो को आयरन की जो गोलियां दी जा रही हैं वह एक्सपायरी तो नहीं है। उन्होंने कहा कि कुपोषित गांव के अतिरिक्त ऐसे गांव भी चिन्हित करें जो अति पिछड़े और संक्रमित हैं उन गांव की देखरेख में आंगनबाड़ी, एएनएम को जिम्मेदारी दे कि वह उस गाॅव सर्वे कर देखे कि वहाॅ पर कितने बच्चे ओर महिलाए संक्रमित और एनिमिया से ग्रसित है उनका अंकन अभिलेखो में कर सूची नाम और पता सहित तैयार करें।
उन्होंने कहा कि हर महीने की बैठक में मैं यह जरूर देखूंगा कि आप लोगों ने पोषण अभियान के अंतर्गत कितने सुपोषण मेले का आयोजन किया है तथा विगत माह में सर्वे के अनुसार कितने 6 माह से, 3 वर्ष व 6 वर्ष के बच्चे तथा गर्भवती/धात्री एवं किशोरियों को अनुपूरक पोषाहार का वितरण हुआ है, कितने बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आए, कितने महिलाओं की एनिमिया की जांच हुई, कितने बच्चों के परिवारों को जॉब कार्ड वितरत किया गया, कितने बच्चों के परिवारों को राशन कार्ड वितरित किया गया, कितने बच्चों को चिकित्सा इकाई में 1 घंटे के अंदर स्तनपान कराया गया, कितनी गर्भवती महिलाओं का एमटीएस रजिस्ट्रेशन और मासिक प्रसव पूर्व जांच की, कितने सैम बच्चो को पोषण पुनर्वास केन्द्रो में सन्दर्भित किया गया, कितनी आशा/आॅगनवाड़ी कार्यकत्रीयों से सामुदायिक बैठको का आयोजन किया गया तथा कितने स्कूलो व आॅगनवाड़ी केन्द्रो में नियमित आयरन की गोलियां वितरित/खिलाई गई।