ब्रिज डायबिटीज फाउंडेशन अध्यक्ष डा. डिम्पल सिन्हा ने कहा प्रतिभा के विकास में आंड़े नहीं आयेगी गरीबी
अयोध्या। रूस में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय पावर लिफ्टर स्पर्धा में अयोध्या की प्रतिभा सीमा पाण्डेय का चयन हो गया परन्तु गरीबी उनकी प्रगति में बाधक बनी है। अयोध्या की प्रतिभा को रूस में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए ब्रिज डायबिटीज फाउंडेशन ने आगे आकर 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता किया है। फाउंडेशन के प्रेसीडेंट डा. डिम्पल सिन्हा ने सीमा पाण्डेय को 50 हजार रूपये का चेक देते समय कहा कि अयोध्या की प्रतिभाओं को अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए हर सम्भव आर्थिक मदद भविष्य में भी की जाती रहेगी।
इस मौके पर मौजूद फाउंडेशन के सचिव डाॅ. शिवेन्द्र सिन्हा ने कहा कि सीमा पाण्डेय ने अन्तर्राष्ट्रीय पावर लिफ्टर स्पर्धा में चयनित होकर यह साबित कर दिया है कि उनमे अपार प्रतिभा है। यह अलग बात है कि सीमा पाण्डेय के माता-पिता गरीब हैं और उनकी क्षमता अपनी बेटी को रूस भेजकर देश का नाम रोशन करने का मार्ग प्रशस्त करना नहीं है। डाॅ. सिन्हा ने कहा कि पावर लिफ्टर सीमा पाण्डेय को रूस जाने के लिए आर्थिक मदद की दरकार थी। उन्होंने अपनी समस्या से हमें अवगत कराया था इसलिए फाउंडेशन ने तय किया कि सबसे पहले 50 हजार रूपये की मदद वह करेगी जिससे और भी संगठन आर्थिक मदद के लिए आगे आने को प्रेरित हो सके।
पावर लिफ्टर सीमा पाण्डेय के कोच धीरेन्द्र सिंह है सीमा पाण्डेय के तीन भाई और पांच बहने हैं वह बहनों में तीसरे स्थान पर हैं। सीमा पाण्डेय के पिता अयोध्या में आने वाले पर्यटकों के गाइड का काम करते हैं। रूस में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग प्र्रतियोगिता में भारत से कुल 45 पावर लिफ्टर प्रतिभाग करेंगे। प्रथम आने पर 10 लाख रूपये, द्वितीय आने पर 7 लाख व तृतीय आने पर 5 लाख रूपये विजेताओं को मिलेगा। पावर लिफ्टर सीमा पाण्डेय ने ब्रिज डायबिटीज फाउंडेशन की अध्यक्ष डा. डिम्पल सिन्हा व सचिव डा. शिवेन्द्र सिन्हा के प्रति आभार जताते हुए कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जो उसका ख्वाब निर्धनता के कारण दरकने लगा था उसे फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने आर्थिक मदद देकर नई दिशा दी है।