संत कबीर के जन्मोत्सव पर जारी हुआ पोस्टर
अयोध्या। कबीर अंचल-एक जन आन्दोलन की शुरूआत सद्गुरू कबीर की जयन्ती के अवसर पर जियनपुर कबीर मठ के परिसर में कबीर मठ के अध्यक्ष संत उदार दास के अध्यक्षता में कबीर अंचल के 100 कोर कमेटी के सदस्यों द्वारा कबीर अंचल पर पोस्टर जारी किया गया। जिसमें मुख्य रूप से समाजसेवी श्रीमती जूही सिंह, यश भारती पुरूस्कार लब्ध मणेन्द्र मिश्र, तपसी छावनी के महन्थ परमहंस दास, हनुमानगढ़ी के महन्थ राजू दास , कबीर मठ के मंत्री संत उमाशंकर दास , हाईकोर्ट लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता एम.बी.सिंह, कबीर विचारक डाॅ0 हरीतमा, साकेत के पूर्व अध्यक्ष रामचन्दर वर्मा, अध्यक्ष आभाष कृष्ण यादव, डाॅ0 दिलीप सिंह, पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य अरविन्द सिंह पटेल, विजय विक्रम आर्य, अनूप जायसवाल, निर्मल कुमार वर्मा, अखिलेश यादव, रामउजागिर, गोविन्द, जाखू यादव, अखण्ड प्रताप सिंह आदि लोगों द्वारा पोस्टर जारी किया गया। श्रीमती जूही सिंह ने कहा कि काशी से लेकर मगहर तक का पूरा भू-भाग ही कबीर अंचल है जिसके घोषणा एवं वर्ग विहीन समाज के निर्माण तक यह जन आन्दोलन जारी रहेगा। यश भारती पुरूस्कार लब्ध मणेन्द्र मिश्र के कहा कि सद्गुरू कबीर के विचारों को समर्पित होगा कबीर अंचल, आज ऐतिहासिक दिन है कि कबीर अंचल की शुरूआत कबीर जयन्ती के अवसर पर कबीर मठ जियनपुर से हो रहा है जो आगे चलकर देश के लिए एक आदर्श राज्य के रूप में स्थापित होगा। लखनऊ वि0वि0 के प्राचीन इतिहास विभाग के प्रोफेसर डाॅ0 विकास दीप वर्मा ने कहा कि कबीर के प्रति यही सच्ची श्रद्धान्जलि होगी। जयन्ती समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास चैधरी ने कहा आज समय की मांग है कि कबीर के विचारों को अंगीकार कर वर्ण विहीन, जाति विहीन समाज का निर्माण ही कबीर के प्रति सच्चा समर्पण होगा। कबीर कार्यक्रम का उद्घाटन साधू-संत समाज के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम जी महराज ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रोफेसर आर.आर. इण्डियन व तपसी छावनी के महन्थ परमहंस दास ने पोस्टर लोकार्पण करते हुए कहा कबीर अंचल कहे जाने से पूरब के लोगों का सम्मान स्वयं बढ़ जायेगा। हनुमानगढ़ी के महन्थ राजू दास जी ने कहा कि कबीर अंचल के मिशन है जो लोगों को सम्मान देने का एक राष्ट्रीय मंच होगा। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से लोगों का आवागमन रहा। अमरनाथ वर्मा, विनोद कुमार, सिन्टू पटेल, अजीत यादव, रामप्रकास दास, राजकुमार दास, राधेश्याम दास, राजेश वर्मा, रामभरोस वर्मा, समीर सोनकर, विपेन्द्र पाण्डेय, रामपूरन चैधरी, विष्णु यादव, एडवोकेट योगेन्द्र वर्मा, राम सुभावन वर्मा सहित भारी संख्या में साधू-संत मौजूद रहे।