-दुष्कर्म पीड़िता के दोषियों पर की जाए कठोर कार्रवाई पर सपा नेताओं का न करें उत्पीड़न
अयोध्या। समाजवादी पार्टी भदरसा में हुई दुष्कर्म की घटना की कड़ी निंदा करती है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है। पीड़ित परिवार के साथ पूर्णरूप से खड़ी है। लेकिन भदरसा की इस घटना की आड़ में समाजवादी पार्टी के नेताओं का उत्पीड़न निंदनीय है। जिस प्रकार से भाजपा की सरकार धर्म और जाति के हिसाब से कार्रवाई कर रही है वह एक खीझ की तरह है। शुक्रवार रात समाजवादी पार्टी के दो नेताओं पर फर्जी तरीके से धमकी का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज किया गया वह आक्रांता जैसी कार्रवाई है। जिला प्रशासन पूरी तरह जांच कर कार्रवाई करे न कि भाजपा एजेंट बनकर। उक्त आरोप पत्रकार वार्ता आयोजित कर पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पांडेय पवन ने लगाए हैं।
समाजवादी पार्टी जिला कार्यालय पर शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर रहे पवन पांडेय ने बताया कि पार्टी नेता व भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष राशिद खान तथा जय सिंह राणा पर शुक्रवार रात फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया। बताया कि जिला महिला अस्पताल में जय सिंह राणा के छोटे भाई की पत्नी नैना देवी भर्ती है। देखरेख में जय सिंह राणा की पत्नी जिला महिला अस्पताल में हैं। ऐसे में महिला अस्पताल में जय सिंह के आने जाने से मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
आरोप लगाया गया कि सुलह समझौते की धमकी दे रहे थे। जबकि यह निराधार व पूर्णतया फर्जी है। पवन पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी यह मांग करती है कि जिला महिला अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज से जांच की जाए। ऐसी कोई घटना हुई तो महिला अस्पताल में भर्ती मरीजों, तीमारदारों से पूछताछ की जाए। सिर्फ मुस्लिम औऱ यादव तथा समाजवादी पार्टी का नेता होने से उत्पीड़न की कार्रवाई बन्द की जाए।
जाति और धर्म देखकर कार्रवाई कर रही है प्रदेश की योगी सरकार
प्रेसकांफ्रेस में तेजनारायण पांडेय पवन ने आरोप लगाया कि योगी सरकार जाति और धर्म देखकर कार्रवाई कर रही है। चेयरमैन राशिद खान मुसलमान हैं। जय सिंह राणा यादव हैं। उन्होंने गोमती नगर में बारिश में हुए हुड़दंग में भी एक मुस्लिम व यादव का नाम मुख्यमंत्री ने खुद सदन में लेकर कार्रवाई की बात कही। जबकि फैज़ाबाद में 7 साल की मासूम जो ब्राह्मण परिवार से थी रेप के घटना हुई जिसकी आज भी दवा चल रही।
उसके आरोपी की पैरवी और भाजपा नेताओं ने किया। तब योगी सरकार ने ऐसी कार्रवाई नहीं की। बीएचयू में किशोरी के साथ हैवानियत हुई जिसका आरोपी कोई और नहीं एक भाजपाई था। उसके घर पर बुलडोजर नहीं चला। इस दौरान पांडेय ने बीएचयू में रेप के आरोपी की फोटो मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, भाजपा मंत्री स्वतन्त्रदेव सिंह के साथ दिखाई। कहा कि भदरसा प्रकरण जैसे इस घिनोनी हरकत पर योगी सरकार ने कार्रवाई नहीं की।
पुलिस और प्रशासन भाजपा एजेंट बनकर न करे कार्य
प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री ने नसीहत दी कि जिला प्रशासन और पुलिस भाजपा का एजेंट बनकर कार्य न करें। सरकारें आती और जाती रहती हैं। सपा नेताओं का उत्पीड़न सिर्फ भाजपा के इशारे पर हो रहा है। आरोप लगाया कि भदरसा नगर पंचायत का चुनाव भाजपा कभी नहीं जीत सकी। यहां तक कि लोकसभा चुनाव भी हार गई। अब उसी खीझ को निकाला जा रहा है। पवन पांडेय ने कहा कि भदरसा में जघन्य घटना हुई है जिसकी निंदा करता हूं लेकिन कार्रवाई जो हो रही वह भेदभाव पूर्ण है।
जिस मोईन खान पर दुष्कर्म का आरोप है वे 70 वर्ष के हैं। उनका नार्को टेस्ट होना चाहिए। सर्विलांस सेल व अन्य आधुनिक तकनीकों का सहारा लेना चाहिए। लड़की के साथ 02 माह से सम्पर्क था तो मोबाइल से लेकर अन्य लोकेशन की जांच होनी चाहिए। आक्रांताओं जैसा व्यवहार नहीं। पवन पांडेय ने मांग की जय सिंह राणा और चेयरमैन राशिद खान पर दर्ज किए गए मुकदमे में जिला महिला अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज, भर्ती मरीजों से पूछताछ कर कार्रवाई की जाए वरना केस को खत्म किया जाए।