-चंबल क्षेत्र से पर्यटन इंडस्ट्री में बीहड़ की भी चर्चा
पचनद। चंबल फाउंडेशन द्वारा ‘चंबल टूरिज़्म’ को बढ़ावा देने के लिए दूसरी बार ‘चंबल हेरिटेज वाक’ का आयोजन किया गया। दो दिवसीय यह आयोजन इटावा स्थित चुगलखोर के मकबरे से शुरू होकर इटावा, जालौन और औरैया के पचनद क्षेत्र में फैले बीहड़ो में नेचर वॉक किया। चंबल टूरिज्म का लुत्फ लेने पहुंचे अन्तर्राष्ट्रीय टीवी कमेंटेटर (ओलंपियन) और अभिनेता हारून राशिद ने कहा कि चंबल घाटी में एडवेंचर के साथ, हैरिटेज और नेचुरल साइट की भरमार है। इसकी ब्रांडिंग करके विदेशी सैलानियों को आकर्षित किया जा सकता है। चंबल टूरिज़्म से हज़ारों को रोजगार मिल सकता है। मार्शल आर्ट के राष्ट्रीय खिलाड़ी रोशन पंत ने बताया कि चंबल घाटी में तमाम अजूबे धरोहरो को देखकर रोमांच से भर गया हूं। इस घाटी में तमाम तरह के रहस्य छुपे हुए है। यहां बदलाव की इबारत लिखी जा रही है, जिससे नई पीढ़ी को लाभ मिलेगा।
मोहनी कुशवाहा ने बताया कि दो दिवसीय चंबल हैरिटेज वाक के दौरान चंबल टूरिज्म के मानचित्र के अनुसार 16 प्रमुख स्थानों का यादगार भ्रमण किया। प्रवीण यादव ने कहा कि सहसो डाल्फिन सेंटर में दूरबीन से घड़ियाल, कछुआ और डाल्फिनों के नजारे पहली बार देखा है। रूबी सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भरेह यमुना चंबल संगम पर दर्जनों देशी-विदेशी चिड़ियों का नजारा देखा। पुष्पेंद्र कुशवाहा और साथियों ने जालौन जनपद स्थित पचनद तीरे बोटिंग का आनंद लिया। रात्रि पड़ाव के दौरान औरैया स्थित पचनद पर सांस्कृतिक आयोजनों का दौर चलता रहा। इसी दौरान 1915 में बनी टेलिस्कोप से ग्रह-नक्षत्रों का दीदार किया। चांदी की तरह चमकती रेत पर भोजन और कैम्पिंग की गई। सुबह फिशिंग- कैचिंग एंड रिलीजिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया तथा कई खेल आयोजित किए गए। इस दौरान वीरेन्द्र सेंगर ने पचनद पर सफेद घोड़े से करतब दिखाया। रात्रि कैम्प सुरक्षा प्रभारी संतोष निषाद ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। चंबल हेरिटेज वाक में मोहित यादव, चंद्रोदय भदौरिया, राहुल तोमर, शीलेन्द्र प्रताप सिंह, गिरजेश कुमार, विमल सिंह कुशवाहा, जितेंद्र प्रताप सिंह, गौतम शाक्य आदि शामिल रहे।