नृपेंद्र मिश्रा से मुलाकात करेगा प्रतिनिधिमंडल
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि के संपूर्ण अधिग्रहीत परिसर पर विश्व का सबसे विशालतम राम मंदिर जो कि प्रभु राम की मर्यादा के अनुसार हो बनाया जाना चाहिए अनी निर्वाणी अखाड़ा के प्रमुख महंत धर्मदास ने हस्ताक्षर अभियान का समर्थन और प्रपत्र पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि राम मंदिर कोई बार-बार बनने की वस्तु नहीं है जब राम मंदिर एक बार ही बनना है तो क्यों ना वह विशालतम भव्यतम दिव्य तम राम मंदिर का निर्माण हो, विश्व हिंदू परिषद पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि संतों की आवश्यकता थी तो उन्होंने उनका इस्तेमाल किया और जब संतों के सम्मान की बात आई तो उन्हें ट्रस्ट से दूर कर दिया गया, बात बात में संतों की धर्म संसद आयोजित करने वाली विश्व हिंदू परिषद ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद राम मंदिर मुद्दा और ट्रस्ट पर धर्म संसद का आयोजन क्यों नहीं किया महंत धर्मदास कहते हैं कि उनके गुरु महंत अभिराम दास ने अपना संपूर्ण जीवन राम जन्मभूमि मुक्ति को कराने के लिए समर्पित कर दिया था उनकी भी यह अंतिम इच्छा थी कि मंदिर जब भी बने विश्व का विशालतम और भव्यतम मंदिर का निर्माण हो उनकी अंतिम इच्छा के लिए मैं जीवन भर लड़ाई लड़ता रहूंगा बाबरी विध्वंस के आरोपी एवं धर्म सेना राष्ट्रीय प्रमुख संतोष दुबे भी इसे इस मुद्दे के लिए के अंतिम क्षणों तक लड़ाई लड़ने की बात करते हैं वही 1992 के कारसेवक रहे हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय कहते हैं कि ट्रस्ट के कुछ सदस्यों के अड़ियल रवैया के कारण विश्व का विशालतम राम मंदिर बनने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है, सोमपुरा के पुत्र आशीष सोमपुरा की बातों पर ट्रस्ट गंभीर नहीं है महंत धर्मदास से मिलने हेतु गए प्रतिनिधिमंडल में धर्म सेना के प्रदेश अध्यक्ष रवि शंकर पांडेय भी उपस्थित थे हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय जानकारी देते हुए बताया है कि अयोध्या में पधारे राष्ट्र मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र को चल रहे आंदोलन से ना सिर्फ अवगत कराया जाएगा बल्कि हस्ताक्षरित पर पत्रों को उन के माध्यम से प्रधानमंत्री तक पहुंचाने की बात भी की जाएगी इस संबंध में 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल उनसे मुलाकात कर एक ज्ञापन देगा।