हिंदूवादी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान को महंत बृजमोहन दास ने दिया समर्थन
अयोध्या। जैसे-जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन की तारीखें नजदीक आती जा रही है अयोध्या के संतो में जबरदस्त उत्साह है किंतु उनके मन में कई प्रश्न भी है जिसका भी निराकरण प्रधानमंत्री से चाहते हैं हिंदूवादी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान को पूर्ण समर्थन देते हुए तथा अपना हस्ताक्षर प्रपत्र पर करते हुए अयोध्या चौबुर्जी मंदिर के महंत बृजमोहन दास जी महाराज का दर्द अनायास ही छलक आया, गठित राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में अयोध्या के संतों की की जा रही उपेक्षा और ट्रस्ट में शामिल संतो के बिना राय मशवरे के निर्णय लेने वाले तत्वो तथा बलिदानी कार सेवकों के परिवार वालों को ट्रस्ट में ना शामिल किए जाने पर वे बुरी तरह आहत दिखाई देते हैं महंत बृजमोहन दास कहते हैं कि राम जन्मभूमि आंदोलन में लाखों लोगों ने बलिदान दिया है लाखों लोगों ने संघर्ष किया है किंतु मंदिर की कम ऊंचाई उनके संघर्षों, तप, और तपस्या, को कम करने का कार्य कर रही है अगर मंदिर की ऊंचाई 251 मीटर की होती है तो उसकी धर्म ध्वजा पूरे विश्व में हिंदू और हिंदुत्व को गौरव आमंत्रित करने का कार्य करेगी उन्होंने कहा कि पुराने समय में जब राम मंदिर यहां विद्यमान था तो उसकी ध्वजा 42 किलोमीटर दूर से ही दिखाई देती थी किंतु मात्र 161 फुट का मंदिर की ध्वजा अयोध्या के ही मंदिरों के बीच गुम हो जाएगी, बाबरी विध्वंस के आरोपी व धर्म सेना प्रमुख संतोष दुबे भी महंत बृजमोहन दास की बातों का समर्थन करते हुए कहते हैं कि संतों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं होती है प्रधानमंत्री को इस पर विशेष ध्यान देना होगा वही हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता 1992 की कारसेवक रहे अधिवक्ता मनीष पांडेय कहते हैं कि संतो को रबर स्टैंप समझा जा रहा है ट्रस्ट और ट्रस्ट के बाहर संतों की नाराजगी जायज है जिसका निराकरण प्रधानमंत्री को स्वयं संज्ञान लेकर करना चाहिए, श्री पांडेय कहते हैं कि संतों की अपेक्षा और बलिदानी कार्य सेवकों के परिवारों की बदहाल स्थिति पर प्रधानमंत्री को गौर करना चाहिए तथा प्रभु श्री द्वारा निर्मित किए गए कुंडों और सरोवरों को भू माफियाओं से मुक्त कर उनका जीर्णोद्धार करवाना चाहिए धर्म सेना के प्रदेश अध्यक्ष रवि शंकर पांडेे कहते है कि संतो ने समाज को हमेेशा एक नई राह दिखाई है तो फिर आज उनकी उपेक्षा क्यों हस्ताक्षर अभियान में प्रमुख रूप से बाबरी विध्वंस के आरोपी बौद्ध धर्म सेना प्रमुख संतोष दुबे हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रवक्ता मनीष पांडेय, रवि शंकर पांडेय अजय द्विवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे