रूदौली। सातवीं आर्थिक गणना-2019 के गणना कार्य एवं पर्यवेक्षकीय कार्य के सकुशल क्रियान्वयन के लिए कामन सर्विस सेंटर, गवर्नेस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के जनपदस्तरीय समन्वयकों के माध्यम से एक दिवसीय ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला मवई ब्लाक सभागार में राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय की नोडल अधिकारी प्रीति सिंह ने मंगलवार को किया। देश के आर्थिक ढांचे के मुल्यांकन के लिए प्रत्येक छह वर्ष पर होने वाली आर्थिक गणना इस माह से पूरे देश में प्रारंभ होने जा रही है। सातवीं आर्थिक गणना पूरे तरीके से पेपरलेस होगी। इस बार सीएससी के माध्यम से यह गणना होगी। इसके लिए प्रत्येक सेंटर पर 10 प्रगणकों को नियुक्त किया गया है।गांवों में कितने उद्योग स्थापित हैं, उन उद्योगों से कितने लोग जुड़े है, कितनों के पास रोजगार हैं और कितने बेरोजगार हैं। इसकी भी वास्तविक स्थिति की जानकारी कर भविष्य में उद्योग संबंधी नीति सरकार द्वारा तैयार होगी।
इस मौके पर सीएससी के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर जाहिदुल्लह ने आर्थिक गणना से जुड़े बिदुओं पर प्रकाश डाला। वहीं एनएसएसओ अधिकारी प्रीति सिंह ने आर्थिक गणना किन-किन क्षेत्रों में गणना करना है, इसकी जानकारी दी।बताया कि प्रगणक घर-घर जाकर परिवार एवं संचालित उधम, आर्थिक गतिविधियों का पता करेंगे, जो सूचनाएं प्राप्त होंगी वे पूरी तरीके से गोपनीय होगी। इस अवसर पर वीएलई प्रभांशु श्रीवास्तव, संदीप कुमार,सत्येंद्र यादव,दुष्यंत सिंह,दिलीप कुमार,अशोक कुमार, रज्जन राजपूत,सीमा देवी, शिवानी समेत तमाम लोग उपस्थित थे।
आर्थिक गणना के लिए शुरू हुआ वीएलई का प्रशिक्षण
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