प्रतिमा स्थापना हेतु केन्द्रीय योजना समिति की हुई बैठक
अयोध्या। समर्थ भारत प्रकल्प के अन्तर्गत स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा स्थापना हेतु केन्द्रीय योजना समिति की बैठक श्री अयोध्याधाम स्थित विवेक सृष्टि परिसर में सम्पन्न हुई। विवेक सृष्टि के अध्यक्ष डॉ. चैतन्य ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का जीवन हम सभी में व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर देश दृसमाज के प्रति समर्पण के साथ सेवा की पृष्ठभूमि में मनुष्य निर्माण की संकल्पना का भाव जगाता है। स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयंती के अवसर पर आध्यात्म एवं विज्ञान के संतुलित धरातल पर अयोध्या को केन्द्र बनाकर एक आध्यात्मिक सामाजिक आन्दोलन की संकल्पना मूर्त रूप ले रही है। महन्त गिरीशपति त्रिपाठी ने अभियान की भूरि-भूरि प्रशंशा करते हुए अभियान की सफलता की कामना की।
ई. रवि तिवारी ने कहा कि स्वामी का जीवन भारत के आध्यात्मिक ऊर्जा के वैश्विक प्रसार के साथ-साथ मानव सेवा को समर्पित था। भगवान श्रीराम के पावन जन्म स्थली अयोध्या धाम में स्वामी की भव्य प्रतिमा का निर्माण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मानक स्थापित करेगा। इस संकल्प की पूर्ति के लिये जनपद के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से लेकर महानगर तक जन-जन के मध्य जाकर स्वमी जी के विचारों एवं प्रतिमा स्थापना के सम्बन्ध में बृहद जनजागरण अभियान चलाया जायेगाद्य स्वामी जी की प्रेरणादायी प्रतिमा की स्थापना जन सहयोग एवं स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों के प्रसार के आलोक में 1 लाख लोगों के व्यक्तिगत संपर्क एवं उनके हस्ताक्षर तथा आर्थिक सहभागिता (कम से कम एक भारतीय मुद्रा (नोट) से यह कार्य पूर्ण करने की योजना बनी है।
प्रो. डॉ संतशरण मिश्र ने कहा अयोध्या की धरती आध्यात्म जगत की जागृत भूमि है, इस भूमि से स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा स्थापना का सन्देश जगत कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा। प्रत्येक मनुष्य में ईश्वर का दर्शन करने वाले स्वामी विवेकानंद ने समर्थ भारत के वैश्विक उन्नयन धारा से विश्व कल्याण के मार्ग की कल्पना की थी द्य स्वामी जी के विचारों के आलोक में इस महान संकल्प हेतु हम आप सभी का आह्वान करते हैं।
ई. अंशुमन त्रिपाठी ने प्रकल्प का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि 4565 वर्गफीट में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से परिपूर्ण आधुनिक ध्यान केन्द्र एवं प्रतिमा की स्थापना प्रस्तावित है। इस प्रकल्प में लगभग 1.87 रूपये करोड़ का व्यय संभावित है। अभियान के सफलता पूर्वक संचालन हेतु विभिन्न प्रकार की समितियों का निर्धारण किया गया है। जिसमें राजेश श्रीवास्तव, ई. अरविन्द श्रीवास्तव, अमर सिंह, डॉ आर. के. सिंह, राजेश मंध्यान, वीरेश चन्द्र वर्मा, दीपक शुक्ला, डॉ अर्जुन सिंह, डॉ राम सिंह, एड. विजय बहादुर सिंह, सुमधुर, पवन पाण्डेय, रामकुमार गुप्ता, प्रवीण सिंह, राधेश्याम त्यागी इत्यादि को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गयाद्य इस अवसर पर डॉ बृजेश पासवान, सूर्य भान पाण्डेय, राम सुफल, ज्योतिभूषण, राजपाल, श्रीकृष्ण मिश्र, सहजराम यादव, सीमा तिवारी, ममता श्रीवास्तव, रीता मिश्रा, आदि अनेकों गणमान्यजन एवं साधकगण उपस्थित रहे।