-’वित्तीय साक्षरता और अनुशासन की आवश्यकताः एक महत्वपूर्ण पहल’ विषय पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्यविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग एवं केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या के संयुक्त तत्वाधान में ’वित्तीय साक्षरता और अनुशासन की आवश्यकताः एक महत्वपूर्ण पहल’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा के अध्यक्षीय उद्बोधन से हुआ। उन्होंने छात्रों को वित्तीय साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में उच्च शिक्षा एवं उद्यमिता के लिए बैंकिंग सेवाओं और शिक्षा ऋण की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या के क्षेत्रीय प्रबंधक अभिषेक सैनी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी को न केवल शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए, बल्कि वित्तीय मामलों में भी सजग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऋण जैसी सुविधाएँ समाज के हर वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होती हैं। उन्होंने इस तथ्य पर बल दिया कि वर्तमान युग में बैंकिंग सेवाओं से जुड़ाव हर छात्र के भविष्य निर्माण के लिए आवश्यक है।विद्यार्थियों को चाहिए कि वे उपलब्ध योजनाओं की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करें और अपने सपनों को साकार करने के लिए इनका लाभ उठाएँ।
सैनी ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को न केवल जानकारी प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करते हैं। एक क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या के शशिकांत, मनीष सिंह, नेहा ने शिक्षा ऋण की प्रक्रिया, पात्रता शर्तें, ब्याज दर, पुनर्भुगतान की व्यवस्था तथा सरकारी योजनाओं से मिलने वाले विशेष लाभों की जानकारी दी। साथ ही छात्रों को यह भी बताया गया कि शिक्षा ऋण किस प्रकार उनकी उच्च शिक्षा की राह को सुगम बना सकता है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे केनरा बैंक के घनश्याम मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होते हैं।
उन्होंने बताया कि शिक्षा ऋण योजनाएँ विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करती हैं और उनके कैरियर को नई दिशा देती हैं। अंत में विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार वर्मा ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और छात्रों से आह्वान किया कि वे उपलब्ध बैंकिंग सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाएँ।
कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों एवं बैंक प्रतिनिधियों के साथ विभाग के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. श्रीश अस्थाना, डॉ. आशुतोष पाण्डेय, डॉ. रविन्द्र भारद्वाज, डॉ. महेंद्र पाल सिंह, डॉ. अंशुमान पाठक, डॉ. अनुराग तिवारी, डॉ. प्रवीन राय, डॉ. रामजी सिंह आदि उपस्थित रहे।