-जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में साइबर अपराधः सुरक्षा के उपाय विषयक व्याख्यान आयोजित
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में बुधवार को साइबर अपराधः सुरक्षा के उपाय विषयक पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में बतौर वक्ता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि भारत में साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2022 के शुरुआती 2 महीनों में ही दो लाख से अधिक साइबर अपराध दर्ज हो चुके हैं। साइबर अपराधी संगठित तौर पर काफी सक्रिय है। इनसे बचने की जरूरत है। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का प्रयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए। व्यक्तिगत जानकारियां शेयर करने पर हमारी सुरक्षा का खतरा हो सकता है।
उन्होंने छात्रों को बैंकिंग फ्रॉड से बचने के लिए बैंकों के ऑफिशियल वेबसाइट से ही कस्टमर केयर के नंबर से सम्पर्क करने की सलाह दी। डॉ. दिग्विजय ने इसके साथ ही फेक वेबसाइट फ्राड, ऑनलाइन शॉपिंग फ्राड, रिमोट एक्सेस फ्रॉड, हनी ट्रैपिंग, यूपीआई फ्रॉड, ओएलएक्स फ्रॉड, एटीएम क्लोनिंग फ्राड और मेल स्पूफिंग फ्रॉड पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों से सिर्फ जागरूकता ही बचा सकती है। अगर बैंकिंग फ्रॉड होता है तो भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी फोन नंबर 1930 पर तत्काल कॉल करना चाहिए। इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्ट पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
कार्यक्रम में विभाग के समन्वयक डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने कहा कि साइबर अपराध से लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। सोशल मीडिया के अनचाही साइट का प्रयोग करने से बचे। इससे लोगों को जागरूक करने में मीडिया महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरएन पाण्डेय व अतिथि का स्वागत डॉ. अनिल कुमार विश्वा द्वारा किया गया। इस अवसर पर संदीप शुक्ला, शरद यादव, रोशनी, यासिनी दीक्षित, आयुषी सिंह, प्रगति ठाकुर, सुभाष सिंह, मनीषा ओझा, नेहा तिवारी, संध्या तिवारी, प्रणीता राय, अभिजीत सिंह, निलेश द्विवेदी, शैलेश यादव, सुमन गुप्ता, शिवानी, नीशु मित्तल, जाग्रति, हर्षित कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।