– मोबाइल फोन, फर्जी आधार कार्ड व अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद
अयोध्या। थाना साइबर क्राइम अयोध्या परिक्षेत्र पुलिस ने साइबर फ्राड गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त बेरोजगारों व भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर रुपये ऐंठ लेता था। पुलिस कार्यालय के मुताबिक सरकारी / निजी पेट्रोलियम कम्पनियां, इंडियन आयल कार्पोरेशन विभिन्न लोकप्रिय वेबसाइट नापतोल, बजाज फाइनेन्स, कोटेक, अमेजन का प्रतिरूपण तैयार कर गैस एजेन्सी, पेट्रोल पम्प आदि की डीलरशिप तथा लोन आदि का झांसा देकर ठगी करता था। अभियुक्त ने अपना नाम सौरभ कुमार सिंह उर्फ अर्जुन कुमार सिंह निवासी 118 घोरांग थाना धनघटा जनपद संतकबीर नगर बताया। जो कि 394 मानवता नगर थाना कनाड़िया जनपद इन्दौर मध्यप्रदेश है। पुलिस के मुताबिक 18.09.2020 को वादी राम अजोर यादव निवासी ग्राम बैसिंह पोस्ट दर्शन नगर थाना कोतवाली अयोध्या ने शिकायत दर्ज कराई । बताया कि मेरे व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला। जिसमें इण्डेन गैस एजेन्सी, पेट्रोल पम्प के लाइसेन्स को आवेदन मांगे गए थे। मैसेज पर दी वेबसाइट इण्डेन गैस एजेन्सी पर पूरी जानकारी दर्ज थी। उक्त वेबसाइट के अधिकारी के रूप में अपराधियों द्वारा भिन्न दृ भिन्न मद (रजिस्ट्रेशन, सर्टिफिकेट फीस, सिक्योरिटी फीस, एश्योरेन्स फीस, सर्वे आदि) के रूप में 14,43,400 रुपये फर्जी खातों में जमा करा लिए। उक्त धोखाधड़ी के सम्बन्ध में तत्काल अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना संज्ञान में लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम उप्र द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई को निर्देशित किया था।जिसके क्रम में आईजी रेंज अयोध्या संजीव गुप्ता, डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार तथा पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह के दिशा-निर्देशन में टीम का गठन किया गया। एएसपी पलाश बंसल के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना अयोध्या टीम इन्दौर, उज्जैन, झारखण्ड आदि राज्यों में सुरागरसी पतारसी तथा साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की। सूचना संकलन के आधार पर जानकारी संगठित साइबर अपराध गिरोह के सदस्य सौरभ कुमार सिंह घोरांग थाना धनघटा जनपद संतकबीर नगर को इन्दौर से गिरफ्तार किया गया। हिरासत में लेने पर साइबर ठगी से सम्बन्धित बरामद मोबाइल में फर्जी आधार कार्ड की प्रति, सरकारी वेबसाईटों से मिलते जुलते पंजीकृत 10 फर्जीवाडे में प्रयुक्त डोमेन नेम, कई बैकों के खाते रजिस्टर मोबाइल नं व इन्टरनेट बैकिंग के यूजर आईडी व पासवर्ड संरक्षित मिले । गहन पूछताछ में अभियुक्त सौरभ ने अपने अन्तराज्यीय गिरोह की जानकारी दी। अभियुक्त के मुताबिक साथियों के साथ मिलकर नौकरी की तलाश कर रहे लोगों का रिज्यूम अपनी प्लेसमेन्ट एजेन्सी में इकट्टा करता। फिर नेवी, बीएसएफ, रेलवे में चयनित होने की फर्जी जानकारी देकर खाते में रुपये जमा करने को कहता था। बैंक खाते में अंकित मोबाइल नम्बर पर भेजा गया ओटीपी पूछकर उनके खाते में जमा धनराशि को निकाल लेता था। गूगल पर एड्वरटाईजमेंट, प्रमोशनल मेसेज और शार्ट वीडियो बनाकर एसे लोगों को टार्गेट करता जिनका किसी कारण से बैंको द्वारा लोन पास नहीं हो सका। ठीक करवाने के नाम पर उनके बैंक खातों की डिटेल लेते और उनके बैंक खातों को आपरेट करते। उसमें ठगी का पैसा ट्रांसफर कर देते। जिसके बाद एटीएम आदि के माध्यम से उक्त धनराशि को निकाल लेते। विधिक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया गया।