-राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण की देखी प्रगति
अयोध्या। शुक्रवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू अपनी पत्नी उषा नायडू के साथ रामनगरी अयोध्या पहुंचे और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राम जन्मभूमि स्थल पर पूजा-अर्चना की। उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी रहे। उपराष्ट्रपति ने दर्शन पूजन के साथ ही वहां बन रहे मंदिर का थ्रीडी मॉडल भी देखा। सबसे पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विशेष ट्रेन अयोध्या रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंचीं। अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उपराष्ट्रपति का राज्यपाल श्रीमती आनन्दीवेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सांसद लल्लू सिंह, महापौर श्री ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुप्ता, रूदौली रामचन्द्र यादव, बीकापुर डा. अमित सिंह चैहान आदि द्वारा स्वागत व अभिनन्दन किया गया। उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी श्रीमती एम ऊषा नायडू एवं परिवार के अन्य सदस्य उनके साथ रहे। अयोध्या मण्डल के आयुक्त नवदीप रिणवा, पुलिस महानिरीक्षक के0पी0 सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय, एडीजी जोन, रेलवे के डीआरएम सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य गणों द्वारा भी स्वागत किया गया।
-हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चन कर पावन सलिला सरयू आरती में हुए शामिल
-रेलवे स्टेशन से उपराष्ट्रपति अपनी पत्नी के साथ राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे जहां उन्हें राम मंदिर निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। राम जन्मभूमि स्थल पहुंचने पर पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नायडू का स्वागत किया। विशेष पूजा-अर्चना करने के बाद नायडू ने निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित ध्वज के समक्ष प्रार्थना भी की। वह अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर भी पहुंचे जहां उन्होंने भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की। हनुमानगढ़ी में हेमंत दास पुजारी शिष्य ज्ञान दास महाराज ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन कराया। भ्रमण कार्यक्रम के तहत उपराष्ट्रपति ने श्रीराम लला विराजमान मंदिर परिसर क्षेत्र में चल रहे भव्य निर्माण कार्य एवं मंदिर स्थल का निरीक्षण किया और गर्भगृह में पूजा-अर्चना की। इस दौरान एलईडी के माध्यम से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने एलएनटी एवं टाटा कंसल्टेंसी के अधिकारियों की उपस्थिति में मंदिर निर्माण के बिन्दुवार/चरणबद्व निर्माण संबंधित बिन्दुओं पर जानकारी दी। तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख न्यासी डॉ. विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र ने सभी को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया तथा अन्य बिन्दुओं की जानकारी दी।
उपराष्ट्रपति ने अगले चरण में रामलला विराजमान मंदिर में दर्शन-पूजन किया और पावन सलिला सरयू आरती में भाग लिया। मंदिर के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास ने पुजारी सहयोगी के साथ मंत्रोच्चार के बीच विशेष पूजन-अर्चन कराया। बाद में, उपराष्ट्रपति हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचे और भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की। इस दौरान मुख्य महंत एवं संतों ने उन्हें अंगवस्त्र और आशीर्वाद दिया। उपराष्ट्रपति ने सरयू घाट पर परिवार सहित जल आचमन किया तथा मां सरयू का दीपदान आदि से पूजन किया।
भारत की विरासत, मर्यादा, परम्पराओं के आराध्य हैं श्रीराम : उपराष्ट्रपति
-श्रीराम लला के दर्शन के समय विजिटिंग/कमेंट पुस्तिका में उपराष्ट्रपति के विचार ‘‘उपराष्ट्रपति ने लिखा कि मेरा जीवन मेरे पत्नी एवं परिवार के सदस्य के साथ श्रीराम लला जी गर्भग्रह के दर्शन से धन्य हो गया। भगवान राम सदियों से उच्च संस्कारों भारत की विरासत, संस्कृत, मानव परम्पराओं को मर्यादा के साथ बढ़ाने के लिए अराध्य है। पूरे भारत ही नही विश्व में इनके विचार, इनके संकल्प, इनके आदर्श विचार एवं व्यवहार को परम आदर के साथ लिया एवं माना जाता है। भगवान श्रीराम एवं बनने वाला यह मंदिर भारत के गौरव को बढ़ाने वाला तथा हमारे इस अराध्य के लिए यह अद्वितीय होगा।
इसके निर्माण कार्य में जुड़े समस्त लोगों, श्रद्वालुओं और केन्द्र व राज्य सरकार को हार्दिक बधाई देता हूं तथा अयोध्या में परिवार सहित आना श्रीराम लला के गर्भग्रह में परिवार सहित माथा टेकना अपने को भाग्यवान मानत हूं। मैं प्रभु श्री राम के चरणों में पुनः प्रणाम करता हूं। एम वेंकैया नायडू‘‘