समन्वयकों, ग्रुप लीडरों व स्वयसेवकों को दिया दिशा निर्देश
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने राम की पैड़ी अयोध्या में होने वाले तृतीय दिव्य दीपोत्सव स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय समन्वयकों, ग्रुप लीडरों एवं स्वयसेवकों को उनके दायित्वों के निर्वहन सम्बन्धी निर्देश दिये। सभी 12 घाटों के मार्किंग का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को घाटों का आवंटन किया जा चुका है। दीपों की ले आउट सम्बन्धित ग्रुप लीडरों से दे दिये गये है। दीपों के मॉडल का आलेख भी सौपा जा चुका है। कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार समय से अपने सभी उत्तरदायित्वों के निर्वहन के लिए तैयारी कर चुका है। दिव्य दीपोत्सव के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता से लेकर छात्र-छात्राओं की सहभागिता पर अंतिम निर्णय लिया चुका है। इस बार दीपोत्सव में चार से अधिक दीपों को प्रज्ज्वलित कर पिछला रिकार्ड तोड़ने का लक्ष्य बनाया गया है। दीपों की संख्या अधिक बढने के कारण अधिक संख्या में स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। दीपोत्सव में अनुशासन बनाये रखने के लिए एनसीसी के कैडेटों को भी बड़े पैमाने पर तैनात किया जायेगा। स्वयंसेवकों को रिहर्सल करने के लिए आज सभी घाटों का भौतिक निरीक्षण कराया गया। निरीक्षण के समय प्रति कुलपति प्रो0 एस0एन0 शुक्ल, कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह, मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन0 राय, प्रो0 अशोक शुक्ल, डॉ0 दिलीप सिंह, डॉ0 प्रदीप खरे, डॉ. कृष्णमांहन श्रीवास्तव, डॉ0शैलेन्द्र वर्मा, डॉ0 सुरेन्द्र मिश्र, डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, डॉ0 विनय मिश्र, डॉ0 राजेश सिंह कुशवाहा, जनसम्पर्क अधिकारी आशीष मिश्र डॉ0 राज नरायन पाण्डेय, डॉ0 श्रीश अस्थाना, डॉ0 प्रतिभा त्रिपाठी, डॉ0 महेन्द्र पाल सिंह, डॉ0 अंशुमान पाठक, डॉ0 दिनेश सिंह, डॉ0 राजेश सिंह सहित बड़ी संख्या में स्वंयसेवक एवं छा़त्र-छात्रायें उपस्थित रहे।