45 करोड़ की लागत से लोनिवि ने शुरू कराया निर्माण, 16 किमी तक होगा चौड़ीकरण का कार्य
अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ शहर की सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, जो न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करेगा, बल्कि अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। इसी कड़ी में मसौधा-सुचित्तागंज मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य शुरू हो चुका है, जिससे इस क्षेत्र के हजारों लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी।
लोक निर्माण विभाग ने 45.38 करोड़ रुपये की लागत से इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है, जिसके तहत 16 किलोमीटर लंबे मार्ग व 7 मीटर चौड़ीकरण और उच्चीकरण किया जाएगा। इसे दो लेन का बनाया जाएगा। इस सड़क के बनने से मसौधा, बीकापुर, तारुन और हैरिंग्टनगंज क्षेत्र के लोगों को लखनऊ और अन्य शहरों से आने-जाने में सहूलियत होगी। साथ ही, मसौधा मिल के गन्ना किसानों को भी अपनी उपज को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी। इस मार्ग की खासियत यह है कि इसके किनारे के कई गांवों की लिंक रोड्स जुड़ी हैं, जिससे रोजाना 10 हजार से अधिक लोग इस रास्ते का उपयोग करते हैं।
जनता की लंबे समय से मांग थी कि इस सड़क को चौड़ा और मजबूत किया जाए। मामले का योगी सरकार ने संज्ञान लिया और बजट स्वीकृत कर दिया। अयोध्या में सड़कों का विकास केवल मसौधा-सुचित्तागंज मार्ग तक सीमित नहीं है। योगी सरकार ने रामपथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ और हाल ही में प्रस्तावित भरत पथ जैसे कई मार्गों के निर्माण और चौड़ीकरण की योजनाओं को मंजूरी दी है। खास तौर पर रामपथ की देश-दुनिया में चर्चा हो रही है, जो सआदतगंज से नयाघाट तक बनाया गया है।
यह मार्ग न केवल आवागमन को सुगम बनाता है, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक भव्यता को भी प्रदर्शित करता है। लोक निर्माण खंड तीन के अधिशासी अभियंता सत्यपाल सिंह ने बताया कि यह योजना सरकार के खास प्रोजेक्ट में से एक है। हमारी कोशिश है कि अगले वर्ष होली तक इसे पूरा कर लें। अभी तक लक्ष्य के अनुरूप ही कार्य चल रहा है। 35 फीसदी कार्य हुआ है।