अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार के द्वारा किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि में कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित के निर्देशन में विश्वविद्यालय ने छात्र छात्राओं को ई-लर्निंग सामग्री उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार आदेश के अनुक्रम में कुलपति प्रो0 दीक्षित ने प्रत्येक विभागाध्यक्षों, निदेशकों एवं समन्वयको को अपने विभागों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के डेटाबेस तैयार कर विद्यार्थियों को ऑनलाइन पाठ्य सामग्री तैयार कर उपलब्ध कराया जाए। डेटाबेस के आधार पर पाठ्यक्रम वार व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर प्रत्येक ग्रुप में संबंधित शिक्षकों के साथ-साथ कुलपति, प्रति कुलपति एवं उप कुलसचिव को भी जोड़ने का आदेश निर्गत किया गया है। कुलपति के निर्देश के क्रम में पाठ्यक्रम वार निर्मित व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विभागीय शिक्षक प्रतिदिन ई-लर्निंग कंटेंट प्रेषित कर छात्र छात्राओं को प्रायोगिक कार्यों के लिए भी टास्क देंगे तथा छात्र इसे पूरा कर अपने संबंधित ग्रुप पर भेजेंगे। विभागाध्यक्ष इस संपूर्ण प्रक्रिया पर स्वयं या किसी नामित विभागीय शिक्षक के माध्यम से निगरानी करेंगे।
प्रति कुलपति प्रो0 एसएन शुक्ल ने बताया कि परिसर के समस्त विभागाध्यक्षों, निदेशकों एवं समन्वयको को केंद्रीय स्तर पर संचालित ई-लर्निंग वेब लिंक या स्वयं प्रभा ऑनलाइन कोर्स, पीजी मूक्स, ई-पीजी पाठशाला, इ्र्र-कंटेंट कोर्स वेयर आर यूजी, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, शोधगंगा तथा ई-शोध सिंधु के लिंक भी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से छात्र-छात्राओं के ज्ञानार्जन के लिए लिंक करें। शोध छात्रों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा जे-गेट प्लस का एक माह का फ्री एक्सेस प्राप्त कर लिया गया है। इसका वेब लिंक यूजरनेम एंड पासवर्ड भी डॉ0 आर.एम.एल.ऑफिसर एंड टीचर्स ग्रुप पर उपलब्ध है। प्रति कुलपति प्रोफेसर एसएन शुक्ला ने सभी विभागाध्यक्षों से से आग्रह किया है कि जिन छात्रों ने अभी तक स्वयं को विश्वविद्यालय के रक्षक एप से नहीं जोड़ा है वह अवश्य जोड़ ले। राष्ट्रीय आपदा की इस अवधि में छात्र छात्राओं की शैक्षिक गतिविधियां ई लर्निंग के माध्यम से जारी रखी जाएं छात्र-छात्राएं अपने विषय से संबंधित ई-कंटेंट को तैयार घर बैठे समय का सदुपयोग करें और सरकार के द्वारा समय-समय पर जारी होने वाली गाइडलाइन का अवश्य पालन करें।
लॉकडाउन में समय का सदुपयोग करें शिक्षक : प्रो. मनोज दीक्षित
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