-नन्हीं बच्चियां भविष्य में देश की निर्माता बनेगी : प्रो. तुहिना वर्मा
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने ‘‘राष्ट्रीय बालिका दिवस‘‘ के अवसर पर कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव माधोपुर मसौधा के प्राथमिक विद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र एवं महिला शिकायत व कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का शुभारम्भ अध्यक्षता कर रही प्रकोष्ठ की समन्वयक प्रो. तुहीना वर्मा ने किया। उन्होंने बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि समाज रूपी फसल के निर्माण में बालिकाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
यही नन्हीं बालिकाएं भविष्य में विकसित होकर चिकित्सक, शिक्षिका, सैनिक वैज्ञानिक और कुशल गृहणी बनकर परिवार एवं समाज के दायित्वों का निर्वहन करती है। कार्यक्रम में प्रो. तुहिना ने बताया कि बालिकाओं को समग्र रूप से स्वस्थ व विकसित बनाने में प्रत्येक व्यक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है। हम सभी को बालिकाओं के उत्थान के साथ उनके भविष्य का निर्माण करना है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता डाइट केयर क्लिनिक, अयोध्या की डाइटीशियन अंजली सिंह ने बालिकाओं को आहार एवं स्वास्थ्य से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की।
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में कुपोषण व रोग के कुछ कारणों में से एक प्रमुख कारण स्वास्थ्य को सुधार करने वाले भोजन की उपेक्षा करके स्वाद को प्राथमिकता देना है। सभी को मां के हाथ का बनाया हुआ सभी प्रकार का भोजन प्रेम से प्रसाद समझकर ग्रहण करना चाहिए। बाजार के चाट, चिप्स, नमकीन, बिस्कुट, चॉकलेट्स, मैगी व अन्य बंद कृत्रिम खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रकृति प्रदत्त अनाजों, सब्जियों व फलों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने बालिकाओं को पौष्टीक व हानिकारक खाद्य पदार्थो के बीच अंतर समझाते हुए आवश्यक व मुख्य पोषक तत्वों को लेने की सलाह दी।
कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रतिभा त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस अवसर पर सुश्री गायत्री वर्मा, वल्लभी तिवारी, खुशबू शर्मा, प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिकाएं बड़ी संख्या में बालिकाएं मौजूद रही।