-एसीएमओ डॉ. डी.के. शर्मा ने प्रशस्ति देकर संस्था के पदाधिकारियों को किया सम्मानित
अयोध्या। कोरोना महामारी को जड़ से समाप्त करने के लिए सरकारी व गैरसरकारी प्रयास सार्थक साबित हुए हैं। पिछले एक वर्ष से कोरोना को निष्क्रिय करने के लिए जनपद में प्रभावी ढंग से काम कर रही गैर सरकारी संगठन यूनाइटेड वे मुंबई ने आज सोमवार को एसीएमओ डा डीके शर्मा की अध्यक्षता में सीएचसी पूराबाजार में समापन समारोह का आयोजन किया। समारोह के मुख्य अतिथि डा डी के शर्मा के साथ ही सीएचसी पूराबाजार के अधीक्षक डॉ अमित वर्मा, ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर अफजल चिश्ती, एचईओ डा एसबी वर्मा यूनाइटेड वे मुंबई के अयोध्या जनपद के समन्वयक शिवम तिवारी, प्रिंस सिंह, सुरेश गुप्ता, सर्वेश सिंह, प्रत्यूष द्विवेदी, शिवानी सिंह, नूतन मिश्रा व निर्मल सरोज समेत पूरा बाजार ब्लाक की दर्जनों आशा बहुओं व एनएनएम को कोरोना से बचाव संबंधी उपकरण व छाते भी बांटे गए।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्य अतिथि डा डीके शर्मा ने कहा कि एक साल से यूनाइटेड वे मुंबई ने स्टाप द स्प्रेड प्रोजेक्ट के तहत अपने कर्मचारियों के माध्यम से जनपद के छह ब्लाक पूरा बाजार, मयाबाजार, बीकापुर, मसौधा, सोहावल व मिल्कीपुर के 200 गांवों में प्रभावी ढंग से कोरोना से निजात पाने वाले प्रयासों मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए सीएचसी पूराबाजार के अधीक्षक डॉ अमित वर्मा ने कहा यूनाइटेड वे मुंबई के कर्मचारी प्रिंस सिंह, निर्मल सरोज, शिवानी सिंह, सर्वेश सिंह, नूतन मिश्रा, प्रत्यूष द्विवेदी व प्रोग्राम कोआर्डिनेटर शिवम तिवारी ने पिछले एक साल से लगातार स्वास्थ्य कर्मियों की सहायता की है। उन्होने कहा कि संस्था ने गांवों में रह रहे असहाय व वंचित वर्ग को भी परिवहन सुविधा उपलब्ध कराते हुए उनका वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित कराया है। उन्होने कहा कि संस्था ने भारी मात्रा में एन 95 मास्क, सेनेटाइजर, थर्मल स्कैनर, कॉटन, पल्स आक्सीमीटर सहित विभिन्न महत्वपूर्ण उपकरण स्वास्थ्य कर्मियों को प्रदान किए हैं।
वहीं यूनाइटेड वे मुंबई के स्टाप द स्प्रेड प्रोजेक्ट का अयोध्या में संचालन कर रहे प्रोग्राम कोआर्डिनेटर शिवम तिवारी ने बताया कि संस्था ने पिछले 1 साल में 40 हजार एनकृ95 मास्क, तकरीबन साढे पांच सौ पल्स आक्सीमीटर, साढे चार सौ थर्मल स्कैनर, 10 हजार कॉटन, भारी मात्रा में सेनेटाइजर, थ्री प्लाई मास्क, रिंगर ट्राली, डिस्इंस्फेक्टेंट लिक्विड, छाते व अन्य उपकरण स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध कराए हैं। उन्होने बताया कि संस्था ने 200 गांवों को चिन्हित किया वहां सभी का वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित कराया। इस दौरान ऐसे कई मामले आए जहां डर व अफवाहों के चलते लोगों ने वैक्सीनेशन से दूरी बनानी चाही लेकिन संस्था के कर्मचारियों ने मॉस अवेयरनेस के माध्यम से उन्हें जागरूक करते हुए घरकृघर तक पहुंच बनाते हुए उनका वैक्सीनेशन कराया।