-गिरोह के सदस्यों के साथ पुलिस व एसचओजी टीम की हुई मुठभेड़
गोसाईगंज। कोतवाली गोसाईगंज क्षेत्र में अंतर्जनपदीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों के साथ पुलिस व एसओजी टीम की हुई मुठभेड़ में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से अवैध असलहा तथा जिंदा कारतूस बरामद करने के साथ विभिन्न जनपदों से चोरी की गई पांच मोटरसाइकिल को भी बरामद किया है। मुठभेड़ के दौरान गिरोह के सदस्यों द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग भी की गई परंतु निशाना चूकने से पुलिस टीम से कोई भी घायल नहीं हुआ। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ गोसाईगंज पुलिस ने अवैध शस्त्र अधिनियम के साथ चोरी और माल बरामदगी जैसी गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया है।
पकड़े गए आरोपियों का लंबा-चौड़ा अपराधिक इतिहास भी बताया गया है। उनके खिलाफ सुल्तानपुर और अयोध्या में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज है।क्षेत्राधिकारी सदर शैलेंद्र गौतम ने बताया कि शुक्रवार की तड़के प्रभारी निरीक्षक गोसाईगंज कृष्ण कुमार मिश्र के नेतृत्व में थाना गोसाईगंज जनपद अयोध्या की पुलिस द्वारा गद्दोपुर बैरियर पर चेकिंग की जा रही थी कि तभी अकबरपुर की तरफ से एक दो पहिया वाहन तेजी से आता हुआ दिखाई दिया जिसे टार्च की रोशनी दिखाकर रूकने का इशारा किया गया। नजदीक आकर पुलिस वालों को देखकर वाहन चालक और तेजी से वाहन चलाकर कस्बा गोसाईगंज की तरफ भागना चाहा।
पुलिस द्वारा ललकारते हुए रूकने के लिये कहते हुए उनका पीछा किया गया तथा वाहन मे लगे वायरलेस सेट से चीता मोबाइल मे लगे कर्मचारियों व अन्य पुलिस बल द्वारा गोसाईगंज की तरफ से घेराबन्दी की गयी। गोसाईगंज के पूर्वी छोर पर वेबप्वाइंट रेस्टोरेन्ट के पास अपराधियों द्वारा पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर किया गया। थाना की पुलिस ने किसी तरह से अपना बचाव करते हुए दोनों की घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों की पहचान प्रदीप तिवारी, राम जग तिवारी निवासी बचनपुर थाना कुड़वार जनपद सुल्तानपुर तथा देवराज उर्फ पाटनर पुत्र फागूलाल ग्राम रामनगर थाना वल्दीराय जनपद सुल्तानपुर के रूप में हुई जिनके कब्जे से एक नाजायज तमंचा बारह बोर व एक जिन्दा व एक खोखा कारतूस बारह बोर व एक अदद नाजायज चाकू तथा मौके पर चोरी की एक मोटरसाइकिल बरामद हुई।
अभियुक्तों की निशानदेही पर चार अन्य चोरी की मोटरसाईकिलें बरामद हुई। प्रभारी निरीक्षक गोसाईगंज कृष्ण कुमार मिश्र ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 ,411, 413, 414,380 तथा अवैध शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया है। पकड़े गए आरोपी लंबे समय से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।