–फसलों की तरह पशु उत्पादन बढ़ाने में भी जैव प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण योगदान है जो कि खाद्य सुरक्षा बढ़ाने में होती है सहायक : डॉ बिजेंद्र सिंह
अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को पशु स्वास्थ्य,प्रजनन क्षमता एवं उत्पादकता बढ़ाने में जैव प्रौद्योगिकी की उपयोगिता पर दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह, विशिष्ट अतिथि डॉ ए के धामी, अध्यक्ष, एसबीएसबीटी, डॉ आर एस धनोतिया, सचिव, एसबीएसबीटी,डॉ ए पी राव निदेशक प्रसार आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा गेस्ट ओनर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ डी नियोगी थे |
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर हुआ | कार्यक्रम की शुरुआत में सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे डॉ आर के जोशी अधिष्ठाता पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय ने अतिथियों का स्वागत किया | मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं मोमेंटो देकर स्वागत एवं सम्मान किया गया | डॉ आर एस धनोतिया सचिव एसबीएसबीटी ने सम्मेलन के उद्देश्य एवं रूपरेखा से अवगत कराया | उन्होंने बताया कि सम्मेलन में अति महत्वपूर्ण चुनौतियां जैसे रोगों के नियंत्रण, बांझपन की समस्या, उन्नत जर्मप्लाज़्म एवं जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की जाएगी |
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में बताया कि फसलों की तरह पशु उत्पादन बढ़ाने में भी जैव प्रोद्योगिकी का महत्वपूर्ण योगदान है जो कि खाद्य सुरक्षा बढ़ाने में सहायक हो सकती है | इस सम्मेलन में देश भर से आए वैज्ञानिक एवं छात्र अपने शोध एवं विचारों को प्रकट करने के लिए प्रतिभाग कर रहे हैं| इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्र भी उपस्थित रहे | कार्यक्रम का संचालन डॉ सत्यव्रत सिंह एवं समारोह के अंत में सम्मेलन के सचिव डॉ राजेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया |