डीएम ने हाईमास्ट व ट्रू-नाट मशीन का फीता काटकर किया उद्घाटन
अयोध्या। कोरोना के संक्रमण के बीच उपचार के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को त्वरित कोरोना जांच उपलब्ध कराने के लिए राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, दर्शन नगर में भी मंगलवार को ट्रू नेट मशीन सक्रिय हो गई। जिलाधिकारी ने फीता काटकर मशीन का उद्घाटन किया। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। भाजपा सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज को कोरोना का काल में
कोविड एल 2 अस्पताल का दर्जा दिया गया है। संक्रमण के बीच मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर की तादाद दो से बढ़कर 16 कर दी गई है। इसमें से दो वेंटिलेटर मेडिकल कॉलेज को दान स्वरूप मिले हैं। उपचार के लिए आने वाले गंभीर मरीजों की त्वरित जांच के लिए प्रदेश सरकार की ओर से पूरे प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में ट्रू नेट मशीन उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत 15 जून को इस मशीन को सक्रिय हो जाना था। हालांकि मंगलवार को जिलाधिकारी ने फीता काटकर इस मशीन का शुभारंभ किया। उद्घाटन के बाद जिलाधिकारी ने
मेडिकल कॉलेज के कोविड हेल्प डेस्क, किचन से लेकर विभिन्न कोविड वार्डों व व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। साथ ही ईसीसीएस के माध्यम से अनुभवी चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों से परामर्श के लिए स्थापित वार्ड और इसके क्रियान्वयन, टेलीमेडिसिन रूम, कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के माध्यम से आइसोलेशन वार्डों का भी निरीक्षण किया। वहीं इस एनसीआर वार्ड के बारे में जानकारी ली तथा इसे संचालित करने को कहा।
जिलाधिकारी अमित कुमार झा ने बताया कि ट्रू-नेट मशीन शुरू होने से इलाज या डायलिसिस के लिए आने वाले लोगों को कोरोना जांच के लिए बाहर भटकना नहीं पड़ेगा। मशीन से एक बार में चार लोगों का नमूना लिया जाएगा और एक घंटे बाद रिपोर्ट मिल जाएगी। इस मशीन से एक दिन में 40 से 45 लोगों की जांच किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एक शीतल पेय फर्म की ओर से परिसर में दो हाई मास्ट लगवाए गये हैं। जिसका भी उद्घाटन किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार, सीएमओ डॉ घनश्याम सिंह, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार, सीएमएस डॉ अरविंद सिंह, मैटरन राधिका सिंह आदि मौजूद रहे।